क्या भोपाल में मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस अपनी हार का दोष दूसरों पर डालती है।
- चुनाव आयोग पर बेबुनियाद आरोप लगाना हताशा दर्शाता है।
- हर चुनाव में जनता का फैसला महत्वपूर्ण होता है।
- कांग्रेस को अपनी राजनीतिक कमजोरी स्वीकार करनी चाहिए।
- आरोप-प्रत्यारोप का दौर चुनावी राजनीति का हिस्सा है।
भोपाल, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर एक जोरदार हमला बोला है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कांग्रेस अपनी हार के नजदीक आते देख पहले से ही बहाने बनाने में जुट गई है और चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर अपने राजनीतिक फायदे के लिए प्रयासरत है।
विश्वास सारंग ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस की आदत है कि अपनी हार का ठीकरा हमेशा दूसरों पर फोड़ती है। अब जब जनता ने उन्हें नकार दिया है और चुनाव परिणाम स्पष्ट हैं, तो वे पहले से ही बहाने गढ़ने में जुटे हैं।"
उन्होंने चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया।
मंत्री सारंग ने कहा, "एक संवैधानिक संस्था, जो पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करती है, उस चुनाव आयोग पर सवाल उठाना कांग्रेस की हताशा को स्पष्ट दर्शाता है। चुनाव आयोग लगातार निष्पक्ष रूप से लोकतांत्रिक प्रक्रिया का संचालन करता आ रहा है। उस पर उंगली उठाना लोकतंत्र पर सवाल उठाने जैसा है।"
सारंग ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जनता को गुमराह करने की कोशिश करना कांग्रेस की पुरानी आदत है। जब भी कांग्रेस चुनाव हारती है, वह जनता का भरोसा खोने के बजाय इसका दोष दूसरों पर डाल देती है। अपने नेताओं की कमजोरी और संगठन की ढिलाई स्वीकार करने की बजाय वे चुनाव आयोग, ईवीएम या विपक्ष पर आरोप लगाकर खुद को बचाने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा, "यह देश की ताकत है कि हर चुनाव में जनता अपना फैसला जाहिर करती है, लेकिन कांग्रेस जनता के इस फैसले को स्वीकार करने की बजाय हमेशा बहाने ढूंढती है। यही उसकी सबसे बड़ी राजनीतिक कमजोरी है।"
चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है और दोनों ही दल अपने-अपने दावों को लेकर जनता तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।