क्या वांग यी ने कंबोडिया और थाईलैंड के विदेश मंत्रियों के साथ फोन पर वार्ता की?
सारांश
Key Takeaways
- कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा मुठभेड़ की गंभीरता बढ़ रही है।
- चीन ने शांति की दिशा में कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
- सैन्य सहयोग किसी तीसरे पक्ष के खिलाफ नहीं है।
बीजिंग, 19 दिसंबर (राष्ट्रीय प्रेस)। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 18 दिसंबर को कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री प्राक सोखोन्न और थाईलैंड के विदेश मंत्री सिहासा पोंगजिग के साथ फोन पर वार्ता की। दोनों देशों ने वांग यी को सीमा मुठभेड़ की ताजा स्थिति से अवगत कराया।
इस अवसर पर वांग यी ने कहा कि चूंकि कंबोडिया और थाईलैंड के साथ चीन का एक दोस्ताना और पड़ोसी संबंध है, इसलिए वह दोनों पक्षों के बीच सशस्त्र मुठभेड़ नहीं चाहता। मुठभेड़ में आम लोगों के हताहत होने से चीन को बहुत दुःख है। वर्तमान मुठभेड़ की तीव्रता पिछले दौरों से कहीं अधिक है। यदि यह स्थिति जारी रहती है, तो किसी भी पक्ष को लाभ नहीं होगा और आसियान की एकता को भी चोट पहुंचेगी।
वर्तमान प्राथमिकता है कि जल्द से जल्द निर्णय लेकर युद्धविराम किया जाए, नुकसान रोका जाए और आपसी भरोसा पुनः स्थापित किया जाए। चीन कंबोडिया और थाईलैंड के बीच शांति पुनर्निर्माण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएगा।
वहीं, रिपोर्ट के अनुसार, सीमा मुठभेड़ में थाईलैंड के सैनिकों ने कंबोडियाई सेना के ठिकानों में चीन द्वारा निर्मित टैंक रोधी मिसाइल और रॉकेट लांचर जैसे उपकरण पकड़ लिए।
इस संदर्भ में, चीनी प्रतिरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता च्यांग पिन ने 18 दिसंबर को कहा कि चीन लंबे समय से कंबोडिया और थाईलैंड के साथ सैन्य व्यापार एवं रक्षा सहयोग कर रहा है, जो किसी भी तीसरे पक्ष के खिलाफ नहीं है। यह पूरी तरह से अंतर्राष्ट्रीय कानून और नियमों के अनुरूप है और कंबोडिया-थाईलैंड सीमा मुठभेड़ से संबंधित नहीं है। आशा है कि संबंधित पक्ष अपनी गलत धारणाओं को नहीं फैलाएंगे।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)