क्या छत्तीसगढ़ के देवपहाड़ी झरने में बढ़ते जलस्तर ने पांच पर्यटकों को फंसा दिया?

सारांश
Key Takeaways
- देवपहाड़ी झरना प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है।
- बारिश के दौरान यहाँ यात्रा करना खतरनाक हो सकता है।
- सरकारी चेतावनियों का पालन करना अनिवार्य है।
- बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।
- सुरक्षा उपायों का पालन करें।
रायपुर, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के देवपहाड़ी झरने पर पिकनिक मनाने गए पांच पर्यटक अचानक नदी का पानी का स्तर बढ़ने से तेज बहाव में फंस गए हैं। यह झरना अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
जानकारी के अनुसार, दो लड़के और तीन लड़कियां देवपहाड़ी नदी के बीच फंसे हुए हैं और तेज बहाव के कारण वापस नहीं लौट पा रहे हैं। सूचना मिलने पर लेमरू पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू कर दिया। पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए एक विशेष बचाव टीम भी भेजी गई है।
देवपहाड़ी, जो जिले की खूबसूरत जगहों में से एक मानी जाती है, बारिश के मौसम में खतरनाक हो जाती है। लगातार बारिश के कारण यहां की नदियां और नाले तेजी से भर जाते हैं।
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि इस मौसम में ऐसी जगहों पर घूमने जाते समय सावधानी बरतें।
अधिकारियों ने बताया कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक सभी झरनों और नदियों के किनारे जाने पर रोक लगाई गई है, क्योंकि इस समय बाढ़ और अचानक पानी बढ़ने का खतरा अधिक होता है। इस संबंध में जगह-जगह नोटिस लगाए गए हैं और लोगों को इसकी जानकारी दी जा रही है।
हर साल बारिश के मौसम में लोगों को झरनों और नदियों से दूर रहने की चेतावनी दी जाती है। बारिश के समय नदियों और नालों में पानी का स्तर अचानक बढ़ जाता है, जिससे वहां जाना बहुत खतरनाक हो जाता है।
जिला प्रशासन ने एक बार फिर पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि बारिश के दौरान गहरे पानी में जाने से बचें, सुरक्षा से जुड़ी हिदायतों का पालन करें और मौसमी नियमों का सम्मान करें ताकि ऐसी जानलेवा घटनाओं से बचा जा सके।