क्या वाईएसआरसीपी ने टीडीपी पर शराब माफिया राज्य बनाने का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- वाईएसआरसीपी ने टीडीपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- आंध्र प्रदेश को 'शराब माफिया राज्य' में बदलने का आरोप।
- नकली शराब का कारोबार छोटे व्यवसायों के रूप में चल रहा है।
- टीडीपी नेताओं के नामों का खुलासा हुआ है।
- आरोपों की सच्चाई की जांच की आवश्यकता है।
ताडेपल्ली, १३ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की एनडीए गठबंधन सरकार पर नकली शराब के धंधे को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि राज्य को 'शराब माफिया राज्य' में तब्दील कर दिया गया है, जहाँ नकली और जहरीली शराब की फैक्ट्रियाँ छोटे व्यवसायों की तरह संचालित हो रही हैं।
यह आरोप चित्तूर जिले के मुलकालचेर्वु में हाल ही में पकड़ी गई नकली शराब की फैक्ट्री से जुड़ा है, जिसमें टीडीपी नेताओं के नाम सामने आए हैं। वाईएसआरसीपी प्रवक्ता ए. श्यामला ने कहा कि यह हजारों करोड़ रुपए का घोटाला है, जो नायडू के पूर्ण समर्थन से विकसित हो रहा है।
श्यामला ने कहा, "चंद्रबाबू नायडू की गठबंधन सरकार ने आंध्र प्रदेश को शराब माफिया राज्य में बदल दिया है। उनके शासन में कई जिलों में नकली शराब की फैक्टरियाँ चल रही हैं। वे जहरीली शराब बनाते हैं और नकली बोतलों में भरकर निर्दोष लोगों तक पहुंचाते हैं। यह जहर आम नागरिकों की जान ले रहा है, जबकि टीडीपी नेता करोड़ों का मुनाफा कमा रहे हैं।"
उन्होंने चित्तूर के मुलकालचेर्वु से विजयवाड़ा तक की जब्तियों का उल्लेख किया, जहाँ हर घटना टीडीपी नेतृत्व के समर्थन को उजागर करती है। श्यामला ने खुलासा किया कि प्रत्येक बोतल बनाने में मात्र १० रुपए का खर्च आता है, लेकिन बिक्री पर ९० रुपए का मुनाफा कमाया जाता है।
वाईएसआरसीपी ने टीडीपी के सांसद नारा लोकेश और अन्य नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा, "यह हजारों करोड़ का घोटाला है, जो नायडू और उनकी पार्टी के आशीर्वाद से चल रहा है।"
हाल ही में एनडीए सरकार ने दो टीडीपी नेताओं, दासरिपल्ले जयचंद्र रेड्डी और कट्टा सुरेंद्र नायडू, को निलंबित किया, लेकिन वाईएसआरसीपी इसे 'धोखे का धंधा' मानती है। पार्टी ने इस 'बड़े अपराध' को छिपाने के लिए नायडू द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) पर भी निशाना साधा।
श्यामला ने कहा, "यह एसआईटी सच्चाई उजागर करने के लिए नहीं, बल्कि उसे दबाने के लिए बनाई गई है। चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में कोई भी जांच उनकी और अपराधियों की ढाल बनेगी।"