क्या जम्बूरी में गूंजा युवा शक्ति का संदेश? राज्यपाल बोलीं, प्रकृति संरक्षण में युवा निभा सकते हैं महत्वपूर्ण भूमिका

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क्या जम्बूरी में गूंजा युवा शक्ति का संदेश? राज्यपाल बोलीं, प्रकृति संरक्षण में युवा निभा सकते हैं महत्वपूर्ण भूमिका

सारांश

लखनऊ में आयोजित जम्बूरी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने प्रकृति संरक्षण के महत्व और स्काउटिंग के लाभों पर चर्चा की। यह कार्यक्रम ‘लघु भारत’ के रूप में उभरा और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक बना।

Key Takeaways

  • युवाओं का महत्व - प्रकृति संरक्षण में युवाओं की भूमिका को समझा गया।
  • स्काउटिंग का लाभ - स्काउटिंग युवाओं को जिम्मेदार नागरिक बनाता है।
  • सांस्कृतिक विविधता - जम्बूरी ने देश की एकता को प्रदर्शित किया।

लखनऊ, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को वृंदावन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की हीरक जयंती तथा 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी का औपचारिक उद्घाटन किया। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए हजारों स्काउट्स और एशिया–प्रशांत क्षेत्र के 25 देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को ‘लघु भारत’ का स्वरूप प्रदान किया। उन्होंने कहा कि प्रकृति संरक्षण में युवा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

राज्यपाल ने उत्साहित युवा प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि जम्बूरी विविधता, एकता, और सांस्कृतिक शक्ति का अद्भुत प्रतीक है। उन्होंने प्रदेश को 61 साल बाद राष्ट्रीय जम्बूरी की मेज़बानी मिलने पर सरकार को बधाई दी। राज्यपाल ने स्काउटिंग से जुड़ी अपनी यादें साझा करते हुए कहा कि यह आंदोलन युवाओं को चरित्रवान, कर्तव्यनिष्ठ, करुणामय, और जिम्मेदार नागरिक बनाने का कार्य करती है।

उन्होंने वर्ष 2015 में गुजरात की मुख्यमंत्री रहते हुए स्काउट भवन के उद्घाटन के दौरान दिए गए तीन मूल संदेशों—ईश्वर के प्रति कर्तव्य, दूसरों के प्रति कर्तव्य, और स्वयं के प्रति कर्तव्य—को पुनः दोहराते हुए युवाओं से इन्हें अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत स्काउट्स एवं गाइड्स दुनिया का सबसे बड़ा स्वैच्छिक वर्दीधारी युवा संगठन है, जिसने कोविड महामारी, प्राकृतिक आपदाओं, यातायात प्रबंधन, और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

राज्यपाल ने वर्तमान पर्यावरणीय संकट के प्रति चिंता जताते हुए कहा कि प्रकृति संरक्षण में युवा सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के विकसित भारत संकल्प का उल्लेख करते हुए युवाओं से नई ऊर्जा, नए कौशल, और आत्मनिर्भरता को अपने जीवन का आधार बनाने की अपील की। उन्होंने स्काउटिंग के जनक लॉर्ड बेडेन पॉवेल के विचार—'सबसे सार्थक कार्य दूसरों के जीवन में खुशी लाना है'—का स्मरण कर युवाओं को सेवा मार्ग पर दृढ़ रहने की प्रेरणा दी।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने स्काउट-गाइड ध्वज का ध्वजारोहण किया और प्रभावशाली जम्बूरी परेड का निरीक्षण किया। विभिन्न राज्यों और विदेशी दलों द्वारा प्रस्तुत मार्च-पास्ट और आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों की प्रशंसा प्राप्त की। संयुक्त ‘इंटीग्रेशन डांस’ ने देश की एकता और सांस्कृतिक विविधता का सशक्त संदेश दिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने हीरक जयंती स्मारक सिक्का और डाक टिकट का भी विमोचन किया।

Point of View

बल्कि देश के विकास में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। यह जम्बूरी एक ऐसा मंच है जो युवाओं को एकजुट करने और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में कार्यरत है।
NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

जम्बूरी का उद्घाटन कब हुआ?
जम्बूरी का उद्घाटन 24 नवंबर को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?
इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को प्राकृतिक संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करना है।
राज्यपाल ने किन मुद्दों पर जोर दिया?
राज्यपाल ने प्रकृति संरक्षण और स्काउटिंग के लाभों पर जोर दिया।
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