क्या सिख राजनीति को मजबूत करने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- युवाओं की राजनीति में भागीदारी आवश्यक है।
- पंजाब की आर्थिक स्थिति चिंताजनक है।
- सिख स्टूडेंट फेडरेशन को पुनर्जीवित किया जाएगा।
- सरकारों की नाकामी पर सवाल उठाए गए हैं।
- गुरुद्वारों की सहायता के लिए कदम उठाए गए हैं।
अमृतसर, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। शिरोमणि अकाली दल पुनर-सुरजीत पार्टी के अध्यक्ष ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने मंगलवार को अमृतसरगुरुद्वारा बुर्ज अकाली फूला सिंह में संगत से मुलाकात की।
इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सिख राजनीति को मजबूत करने के लिए अब युवाओं और बुद्धिजीवियों को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक गुप्त साजिश के तहत सिख युवाओं को राजनीति से दूर किया गया है, लेकिन अब समय आ गया है कि यह वर्ग फिर से सियासत में सक्रिय भूमिका निभाए।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सभी सिख संगतों को धन श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व की बधाई दी। उन्होंने बताया कि पार्टी की वर्किंग कमेटी के 56 सदस्य श्री हरमंदिर साहिब में हाजिरी भरने और अरदास करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जा रहा है, जिसमें आने वाले समय में अकाली दल का पूरा राजनीतिक और सामाजिक एजेंडा स्पष्ट किया जाएगा।
उन्होंने पंजाब की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि अप्रैल से अगस्त 2025 तक पंजाब सरकार ने 13,326 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है, जिससे कुल कर्ज अब लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह कैसी राजनीति है, जो पंजाब की आने वाली पीढ़ियों को कर्ज में धकेल रही है।
बेअदबी मामलों और मौड़ बम धमाके के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर उन्होंने मौजूदा सरकारों की नाकामी पर सवाल उठाए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि जिन नेताओं ने 24 घंटे में दोषियों को पकड़ने का वादा किया था, वे आज भी चुप हैं।
उन्होंने बताया कि सिख स्टूडेंट फेडरेशन को फिर से मजबूत किया जाएगा, क्योंकि यही संगठन पहले अकाली राजनीति की रीढ़ रहा है। इसके लिए छह सदस्यीय कमेटी गठित की गई है जो जमीनी स्तर पर रिपोर्ट तैयार करेगी।
बाढ़ प्रभावित इलाकों की सहायता के लिए उन्होंने 1 लाख लीटर डीजल देने का ऐलान किया है और गुरुद्वारों के ग्रंथी सिंहों को 5000 रुपये प्रति माह छह महीने तक सहायता देने की बात कही।
अंत में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि अकाल पुरख के आशीर्वाद से शिरोमणि अकाली दल पुनर-सुरजीत पंजाब की राजनीति में नई सोच और नई शुरुआत लेकर आएगा।