क्या अदाणी फाउंडेशन ने सस्ती स्वास्थ्य सेवा में ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए डीएमआईएचईआर के साथ साझेदारी की है?

सारांश
Key Takeaways
- अदाणी फाउंडेशन और डीएमआईएचईआर ने सस्ती स्वास्थ्य सेवा में ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया।
- यह साझेदारी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के प्रति एक नई दृष्टि प्रस्तुत करती है।
- अकादमिक नवाचार और क्लिनिकल रिसर्च में सुधार का लक्ष्य है।
- साझेदारी का उद्देश्य 2047 तक 'विकसित भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करना है।
अहमदाबाद, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी ग्रुप की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) शाखा ने गुरुवार को सस्ती स्वास्थ्य सेवा शिक्षा और वितरण तंत्र में ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) स्थापित करने के लिए महाराष्ट्र स्थित दत्ता मेघे उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (डीएमआईएचईआर) के साथ एक साझेदारी की घोषणा की।
यह सहयोग चेयरमैन गौतम अदाणी के मार्गदर्शन “सेवा ही साधना है” से प्रेरित है और अदाणी ग्रुप के इस विश्वास को दर्शाता है कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा तक पहुंच राष्ट्र निर्माण का आधार है।
अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अदाणी ने कहा, "डीएमआईएचईआर के साथ यह साझेदारी हमारे इस विश्वास को दर्शाता है कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा तक पहुंच एक मौलिक अधिकार है, न कि कोई विशेषाधिकार। हमें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निर्माण का समर्थन करने पर गर्व है जो अकादमिक नवाचार, क्लिनिकल रिसर्च और सामुदायिक देखभाल को जोड़ेगा।"
उन्होंने कहा, "साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य एक ऐसा स्केलेबल मॉडल बनाना है जो गरिमा के साथ काम करे और 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य की दिशा में सार्थक योगदान दे।"
डीएमआईएचईआर के साथ साझेदारी का उद्देश्य अकादमिक नवाचार, क्लिनिकल रिसर्च और सामुदायिक स्वास्थ्य में संस्थान की पहुंच और प्रभाव को मजबूत करना है।
डीएमआईएचईआर वर्तमान में 15 संस्थानों और 5 शिक्षण अस्पतालों का संचालन कर रहा है और स्नातक, स्नातकोत्तर, सुपर-स्पेशियलिटी, डॉक्टरेट और फेलोशिप पाठ्यक्रमों सहित 13 विषयों में 217 अकादमिक कार्यक्रम ऑफर करता है।
अदाणी फाउंडेशन ने कहा कि यह साझेदारी अदाणी समूह की "टेंपल ऑफ हेल्थकेयर" अवधारणा के अनुरूप है, जो स्वास्थ्य सुविधाओं को न केवल उपचार केंद्रों के रूप में बल्कि सेवा, सम्मान और करुणा के संस्थानों के रूप में फिर से परिभाषित करता है।
डीएमआईएचईआर के संस्थापक दत्ता मेघे ने कहा, "इस सहयोग को आकार लेते देखकर मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। 35 वर्षों में, आत्मनिर्भर स्वास्थ्य और शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र का हमारा दृष्टिकोण एक शक्तिशाली वास्तविकता में परिपक्व हो गया है। अदाणी फाउंडेशन के साथ सहयोग करना क्षेत्रीय और राष्ट्रीय विकास दोनों को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।"