क्या फार्मा पर 100 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ से भारत के निर्यात पर कोई असर नहीं होगा?

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क्या फार्मा पर 100 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ से भारत के निर्यात पर कोई असर नहीं होगा?

सारांश

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 100 प्रतिशत टैरिफ का भारतीय फार्मा निर्यात पर प्रभाव को लेकर विशेषज्ञों ने आश्वस्त किया है। जानिए इस विषय में और क्या कहते हैं उद्योग के नेता।

Key Takeaways

  • 100 प्रतिशत टैरिफ का असर सिर्फ ब्रांडेड दवाओं पर है।
  • भारत की जेनेरिक दवाओं का बाजार में महत्वपूर्ण स्थान है।
  • अमेरिका भारत का सबसे बड़ा दवा निर्यात बाजार है।
  • फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का मार्गदर्शन महत्वपूर्ण है।
  • दवा कंपनियों के शेयरों में गिरावट के बावजूद, निर्यात पर प्रभाव सीमित है।

नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फार्मा उत्पादों पर लगाए गए 100 प्रतिशत टैरिफ का भारतीय निर्यात पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह जानकारी विशेषज्ञों ने शुक्रवार को दी।

विशेषज्ञों ने बताया कि अमेरिका द्वारा लगाए गए 100 प्रतिशत टैरिफ का सीधा असर केवल ब्रांडेड और पेटेंट दवाओं पर है, जबकि भारत से अमेरिका को निर्यात की जाने वाली दवाओं में जेनेरिक दवाओं का हिस्सा सबसे अधिक है।

फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (फार्मेक्सिल) के चेयरमैन नमित जोशी ने कहा, "ब्रांडेड और पेटेंटेड फार्मास्यूटिकल्स पर प्रस्तावित 100 प्रतिशत टैरिफ का भारतीय निर्यात पर तुरंत कोई असर नहीं होगा, क्योंकि हमारा अधिकांश निर्यात जेनेरिक दवाओं से आता है।"

इंडियन फार्मास्युटिकल अलायंस के महासचिव सुदर्शन जैन ने कहा, "यह कार्यकारी आदेश केवल अमेरिका को आपूर्ति किए जाने वाले पेटेंट/ब्रांडेड उत्पादों पर लागू होता है।"

वर्तमान में, भारत अमेरिका में उपयोग की जाने वाली 45 प्रतिशत से अधिक जेनेरिक दवाओं और 15 प्रतिशत बायोसिमिलर दवाओं की आपूर्ति करता है।

अमेरिका भारत का सबसे बड़ा दवा निर्यात बाजार है। फार्मेक्सिल के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में भारत के 27.9 अरब डॉलर मूल्य के दवा निर्यात में से 31 प्रतिशत या 8.7 अरब डॉलर (7,72,31 करोड़ रुपए) अमेरिका को किया गया था।

जोशी ने कहा, "भारत लंबे समय से सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का आधार रहा है और जेनेरिक दवाओं में अमेरिका की लगभग 47 प्रतिशत दवा आवश्यकताओं की आपूर्ति करता है।"

एआईएमईडी के फोरम कोऑर्डिनेटर राजीव नाथ ने कहा, "उम्मीद है कि दवाओं पर टैरिफ के इस नए दौर का चिकित्सा उपकरणों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।"

अमेरिकी प्रशासन की नई घोषणा के बाद, दवा कंपनियों के शेयरों में 5 प्रतिशत तक की भारी गिरावट आई। प्रमुख दवा कंपनियों जैसे सन फार्मा, बायोकॉन, जाइडस लाइफसाइंसेज, अरबिंदो फार्मा, डॉ. रेड्डीज, ल्यूपिन, सिप्ला और टोरेंट फार्मा के शेयर लाल निशान में थे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत की फार्मा उद्योग की ताकत जेनेरिक दवाओं के क्षेत्र में है। 100 प्रतिशत टैरिफ का असर सीमित है और भारत की दवा उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता पर कोई प्रश्न नहीं उठता। यह स्थिति हमें वैश्विक बाजार में मजबूती से खड़ा करती है।
NationPress
26/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या 100 प्रतिशत टैरिफ से भारतीय निर्यात प्रभावित होगा?
विशेषज्ञों के अनुसार, इसका कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि यह टैरिफ केवल ब्रांडेड और पेटेंट दवाओं पर लागू होता है।
भारत अमेरिका को कितनी जेनेरिक दवाएं निर्यात करता है?
भारत अमेरिका को 45 प्रतिशत से अधिक जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति करता है।
क्या अन्य दवा कंपनियों पर इसका असर पड़ेगा?
हालांकि कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट हुई है, लेकिन जेनेरिक दवाओं का निर्यात प्रभावित नहीं होगा।