क्या ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता भारतीय किसानों और छोटे उद्योगों को सशक्त बनाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- सीईटीए भारतीय किसानों और छोटे उद्योगों को सशक्त करेगा।
- उपभोक्ताओं के लिए उच्च गुणवत्ता के उत्पादों की बेहतर कीमतें सुनिश्चित करेगा।
- भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा।
- रोजगार सृजन में वृद्धि करेगा।
- भारतीय उत्पादों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएगा।
मुंबई, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शुक्रवार को एक ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (सीईटीए) पर प्रकाश डाला, जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अपने एक लेख में उल्लेख किया है कि यह समझौता कैसे भारतीय किसानों और छोटे उद्योगों की सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
पीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर केंद्रीय मंत्री गोयल के पोस्ट को साझा करते हुए कहा, "गोयल के लेख में यह जानकारी दी गई है कि भारत-ब्रिटेन सीईटीए कैसे भारतीय किसानों और छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए बेहतर कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को सुनिश्चित करेगा।"
केंद्रीय मंत्री गोयल ने एक्स पर अपने एक समाचार पत्र लेख को साझा करते हुए कहा कि यह समझौता भारतीय किसानों, मछुआरों, कारीगरों और छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाएगा, साथ ही उपभोक्ताओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की बेहतर कीमतें सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने यह भी लिखा, "यह समझौता इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि नया भारत किस प्रकार व्यापार करता है।"
केंद्रीय मंत्री गोयल ने आगे कहा, "पीएम मोदी के गतिशील नेतृत्व में ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन सीईटीए पर हस्ताक्षर के मौके पर, मैं यह बताना चाहता हूँ कि यह समझौता यूके में भारतीय उत्पादों और सेवाओं की बाजार पहुंच को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने में सहायक होगा, जिससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।"
उन्होंने बताया कि किसानों, मछुआरों, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई), सेवा पेशेवरों, कारीगरों आदि को सशक्त करके, यह व्यापक व्यापार समझौता नए द्वार खोलेगा, जिससे गुणवत्ता और उत्कृष्टता से युक्त भारतीय वस्तुओं को ब्रिटेन के बाजार में अधिक सफलता प्राप्त होगी।
इससे पहले, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री गोयल ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा को आने वाले वर्षों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि थोड़े समय में ही प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के बीच महत्वपूर्ण चर्चा हुई।