क्या भारत में जुलाई में बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत पर आ गई?

सारांश
Key Takeaways
- बेरोजगारी दर में कमी आई है।
- जुलाई 2025 में 5.2 प्रतिशत दर्ज की गई।
- रोजगार में वृद्धि हुई है।
- एलएफपीआर 54.9 प्रतिशत हो गई है।
- महिलाओं का डब्ल्यूपीआर 31.6 प्रतिशत है।
नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत में जुलाई के महीने में बेरोजगारी दर में कमी आई है और यह 5.2 प्रतिशत पर पहुँच गई है, जो कि जून में 5.6 प्रतिशत थी। यह जानकारी सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) में दी गई है।
बेरोजगारी दर में कमी आने के साथ-साथ रोजगार में भी वृद्धि देखी गई है। सर्वेक्षण के अनुसार, जुलाई 2025 के दौरान, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) बढ़कर 54.9 प्रतिशत हो गई है, जबकि जून 2025 में यह 54.2 प्रतिशत थी।
रोजगार में वृद्धि दर्शाने वाला एक और संकेतक श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) जुलाई 2025 में, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 53.3 प्रतिशत से बढ़कर 54.4 प्रतिशत हो गया है। शहरी क्षेत्रों में डब्ल्यूपीआर में मामूली वृद्धि हुई है और यह समान आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए जून 2025 में 46.8 प्रतिशत से बढ़कर जुलाई 2025 में 47.0 प्रतिशत हो गया है।
जुलाई 2025 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की ग्रामीण महिलाओं के लिए डब्ल्यूपीआर 35.5 प्रतिशत हो गया है, जबकि शहरी महिलाओं के लिए यह 23.5 प्रतिशत है। जुलाई 2025 में राष्ट्रीय स्तर पर इसी आयु वर्ग की महिलाओं का समग्र डब्ल्यूपीआर 31.6 प्रतिशत था।
जुलाई 2025 के दौरान, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए एलएफपीआर क्रमशः 56.9 प्रतिशत और 50.7 प्रतिशत थी।
जुलाई 2025 के दौरान 15 वर्ष या उससे अधिक आयु के ग्रामीण पुरुषों के लिए सीडब्ल्यूएस में एलएफपीआर 78.1 प्रतिशत था, जबकि इसी आयु वर्ग के शहरी पुरुषों के लिए एलएफपीआर 75.1 प्रतिशत था।
जुलाई 2025 के दौरान समान आयु वर्ग की ग्रामीण महिलाओं में एलएफपीआर बढ़कर 36.9 प्रतिशत हो गया, जबकि जून 2025 में यह 35.2 प्रतिशत थी।
पीएलएफएस के मासिक बुलेटिनों में अखिल भारतीय स्तर पर श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) और बेरोजगारी दर (यूआर) के अनुमान वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के तहत लैंगिक, क्षेत्र और व्यापक आयु-समूहों के आधार पर प्रस्तुत किए जाते हैं।