क्या भारत ने फिनटेक स्टार्टअप में तीसरा स्थान प्राप्त किया है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने फिनटेक स्टार्टअप में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
- जनवरी से जून 2023 के दौरान 889 मिलियन डॉलर की फंडिंग हुई।
- बेंगलुरु ने कुल फंडिंग का 55 प्रतिशत हिस्सा लिया है।
- फिनटेक में 16 अधिग्रहण हुए हैं।
- निवेशकों की रुचि स्केलेबल और इन्वोवेशन-आधारित मॉडल में बनी हुई है।
बेंगलुरु, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) । भारत ने वैश्विक स्तर पर फिनटेक स्टार्टअप इकोसिस्टम में तीसरा स्थान प्राप्त किया है, इसके पीछे अमेरिका और ब्रिटेन का स्थान है। हाल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, फिनटेक क्षेत्र ने जनवरी से जून के बीच कुल 889 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
अर्ली-स्टेज फंडिंग 361 मिलियन डॉलर रही, जो कि 2024 की दूसरी छमाही की तुलना में 10 प्रतिशत और पहली छमाही की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक है।
स्टार्टअप और निजी कंपनियों पर नज़र रखने वाले प्रमुख प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में इस क्षेत्र में 16 अधिग्रहण हुए, जो कि 2024 की पहली छमाही के मुकाबले 45 प्रतिशत अधिक है।
ट्रैक्सन की सह-संस्थापक नेहा सिंह ने कहा, "जबकि भारतीय फिनटेक क्षेत्र की फंडिंग में अस्थायी गिरावट देखी गई है, प्रारंभिक चरण के निवेश में स्थिरता और अधिग्रहण गतिविधियों में वृद्धि यह दर्शाती है कि निवेशकों की रुचि विशेष रूप से स्केलेबल और इनवोवेशन-आधारित मॉडल में मजबूत बनी हुई है।"
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु का प्रभुत्व और नए कंपनियों का उभरना भारत को ग्लोबल फिनटेक पावरहाउस के रूप में स्थापित करता है।
2025 की पहली छमाही में 16 अधिग्रहण हुए, जो कि 2024 की पहली तिमाही में 11 अधिग्रहणों की तुलना में 45 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
सबसे बड़ा सौदा फिसडम का था, जिसे ग्रो ने 150 मिलियन डॉलर में अधिग्रहित किया, इसके बाद स्टॉको का स्थान रहा, जिसे इनक्रेड मनी ने 35 मिलियन डॉलर में खरीदा।
इस दौरान भारतीय फिनटेक क्षेत्र में एक नया यूनिकॉर्न उभरा है, जो कि 2024 की दूसरी छमाही के अनुरूप है, लेकिन यह 2024 की पहली छमाही की तुलना में बेहतर स्थिति में है।
रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु भारत के फिनटेक फंडिंग परिदृश्य में प्रमुख बना हुआ है, जिसकी कुल फंडिंग में 55 प्रतिशत हिस्सेदारी है, इसके बाद मुंबई 14 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है।
2025 की पहली तिमाही में कुल मिलाकर शीर्ष निवेशक पीक XV, एंजेल लिस्ट और लेट्सवेंचर रहे। प्रारंभिक चरण में, जिसमें फंडिंग में वृद्धि देखी गई, प्रमुख निवेशक पीक XV, एक्सेल और बेसमीर वेंचर पार्टनर्स थे।
ब्लूम वेंचर्स, वेंचर कैटालिस्ट्स और 100यूनिकॉर्न्स ने सीड स्टेज में निवेश का नेतृत्व किया, जबकि सॉफ्टबैंक विजन फंड, लेथ इन्वेस्टमेंट और सोफिना अंतिम चरण के दौर में शीर्ष निवेशक रहे।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वेंचर कैपिटल फर्मों में, अमेरिकी स्थित एक्सेल ने 34 राउंड के साथ सबसे अधिक निवेश किया, जबकि भारतीय ब्लूम वेंचर्स ने अपने पोर्टफोलियो में इस अवधि के दौरान सात नई कंपनियों को जोड़ा।