क्या भारत का नॉन-स्मार्टफोन इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात वित्त वर्ष 25 में 14 अरब डॉलर से अधिक हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- भारत का नॉन-स्मार्टफोन इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 14 अरब डॉलर को पार कर गया है।
- इस निर्यात में 36 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
- तमिलनाडु सबसे बड़ा निर्यातक राज्य है।
- भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम तेजी से विकसित हो रहा है।
- प्रधानमंत्री ने मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स की उपलब्धता की घोषणा की।
नई दिल्ली, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत का नॉन-स्मार्टफोन इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात वित्त वर्ष 2024-25 में 14 अरब डॉलर को पार कर गया है। इस दौरान, देश के कुल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में इसकी हिस्सेदारी लगभग 36 प्रतिशत रही है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में साझा की गई है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईएससी) ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में देश का कुल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात सालाना आधार पर 32.47 प्रतिशत बढ़कर 38.57 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।
भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात का बड़ा हिस्सा स्मार्टफोन से संबंधित है। लेकिन, नॉन-स्मार्टफोन इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में सोलर पैनल, टेलीकॉम उपकरण, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, बैटरी और डिजिटल प्रोसेसिंग यूनिट्स शामिल हैं, जिनका निर्यात भी तेजी से बढ़ रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में फोटोवोल्टिक सेल ने 1.12 अरब डॉलर का निर्यात राजस्व प्राप्त किया, वहीं टेलीकम्युनिकेशन उपकरण और पार्ट्स ने 1.4 अरब डॉलर का योगदान दिया। रेक्टिफायर, इन्वर्टर और चार्जर का निर्यात राजस्व मिलाकर 2.5 अरब डॉलर से अधिक रहा। मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स ने 0.4 अरब डॉलर का राजस्व अर्जित किया, जबकि पीसी और डिजिटल प्रोसेसिंग यूनिट का योगदान 0.81 अरब डॉलर रहा।
इलेक्ट्रॉनिक्स वर्तमान में भारत के कुल व्यापारिक निर्यात में 9 प्रतिशत का योगदान देते हैं, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष में 6.73 प्रतिशत था, यह अर्थव्यवस्था में इस क्षेत्र के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।
रिपोर्ट में राज्यों के निर्यात में तमिलनाडु ने 14.65 अरब डॉलर के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इसके बाद कर्नाटक ने 7.8 अरब डॉलर, उत्तर प्रदेश ने 5.26 अरब डॉलर, महाराष्ट्र ने 3.5 अरब डॉलर और गुजरात ने 1.85 अरब डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात किया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स ईएससी के चेयरमैन विनोद शर्मा ने कहा, "भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम तेजी से विकसित हो रहा है और देश की तकनीकी महत्वाकांक्षाओं का आधार बनने के लिए तैयार है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में घोषणा की कि 2025 के अंत तक बाजार में मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स उपलब्ध होंगे।