क्या भारत के निर्यात में नवंबर में सुधार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- नवंबर में निर्यात में सुधार
- अर्थव्यवस्था की मजबूती
- मुक्त व्यापार समझौतों की बातचीत
- महंगाई दर का निचला स्तर
- ग्लोबल अस्थिरता के बावजूद वृद्धि
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अक्टूबर में लगभग 12 प्रतिशत की गिरावट के बाद, भारत के निर्यात में नवंबर महीने में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। यह जानकारी केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को साझा की। हालांकि, मंत्री ने आधिकारिक आंकड़े प्रदान नहीं किए, लेकिन वाणिज्य मंत्रालय 15 दिसंबर को नवंबर महीने के आयात-निर्यात के पूर्ण डेटा को जारी करने की योजना बना रहा है।
गोयल ने कहा कि माल व्यापार निर्यात एक मजबूत स्थिति में है। जबकि अक्टूबर में निर्यात में गिरावट आई थी, नवंबर में निर्यात में उससे अधिक बढ़ोतरी हुई है। यदि अक्टूबर और नवंबर को मिलाकर देखा जाए, तो वैश्विक अस्थिरता के बीच भी भारत के माल निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई है।
केंद्रीय मंत्री के अनुसार, भारत अपने व्यापारिक साझेदार देशों के साथ गहरे आर्थिक एकीकरण की दिशा में आगे बढ़ रहा है, और निकट भविष्य में कई देशों के साथ सफल व्यापारिक समझौतों की घोषणा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था एक मजबूत स्थिति में है। दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि 8.2 प्रतिशत रही, जिसने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ दिया है। पिछले कुछ महीनों में महंगाई दर सबसे निचले स्तर पर रही है और विदेशी मुद्रा भंडार लगातार मजबूत बना हुआ है।
गोयल के अनुसार, पूंजी प्रवाह, बुनियादी ढांचा निवेश, उपभोक्ता खर्च और अर्थव्यवस्था के सभी प्रमुख क्षेत्रों में सकारात्मक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं।
हालांकि अमेरिका को होने वाले निर्यात पर शुल्कों का असर पड़ा है, फिर भी जुलाई–सितंबर तिमाही में कुल माल और सेवाओं के निर्यात में 5 से 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो निर्यात विविधीकरण और मजबूत नीति के कारण संभव हुआ।
भारत वर्तमान में अमेरिका, यूरोपीय संघ (ईयू), न्यूजीलैंड, ओमान, चिली और पेरू सहित कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर बातचीत कर रहा है।
वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से सितंबर के बीच भारत का कुल माल निर्यात 2.9 प्रतिशत बढ़कर 220 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इस अवधि में अमेरिका को होने वाले निर्यात में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई, हालाँकि जुलाई 2025 के बाद अमेरिकी हिस्सेदारी में कुछ कमी देखी गई है।