क्या भारत की हाउसिंग सेल्स वैल्यू वित्त वर्ष 26 में 6.65 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचेगी?

Click to start listening
क्या भारत की हाउसिंग सेल्स वैल्यू वित्त वर्ष 26 में 6.65 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचेगी?

सारांश

भारत के प्रमुख शहरों में प्राइमरी हाउसिंग मार्केट की सेल्स वैल्यू वित्त वर्ष 26 में 19 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी घरों की मांग के कारण यह वृद्धि हो रही है। जानिए इस रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु।

Key Takeaways

  • भारत के बड़े शहरों में प्राइमरी हाउसिंग मार्केट की सेल्स वैल्यू में वृद्धि हो रही है।
  • लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी आवास की मांग मुख्य कारक है।
  • फाइनेंसियल वर्ष 26 में सेल्स वॉल्यूम स्थिर है।
  • एनसीआर और चेन्नई ने अन्य शहरों की तुलना में अधिक सेल्स वैल्यू हासिल की है।
  • मुंबई का हाउसिंग मार्केट भी मजबूत स्थिति में है।

नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रमुख शहरों में प्राइमरी हाउसिंग मार्केट की सेल्स वैल्यू वित्त वर्ष 26 में वार्षिक आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 6.65 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है। इसका मुख्य कारण लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी आवास की मांग में वृद्धि है। यह जानकारी सोमवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में सामने आई है।

रियल एस्टेट सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, शीर्ष सात भारतीय शहरों में सेल्स वॉल्यूम स्थिर बनी हुई है, और वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में इन शहरों में 1.93 लाख यूनिट्स से अधिक की बिक्री हुई है।

सेल्स वैल्यू में वृद्धि मुख्यतः विभिन्न शहरों में अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री के चलते हो रही है, क्योंकि लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी आवास की मांग अन्य सभी सेगमेंट्स से अधिक है।

आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में कुल सेल्स वैल्यू 2.98 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है, जो वित्त वर्ष 2025 की कुल सेल्स वैल्यू 5.59 लाख करोड़ रुपए का 53 प्रतिशत है।

एनारॉक ग्रुप के कार्यकारी निदेशक और रिसर्च एवं एडवाइजरी प्रमुख प्रशांत ठाकुर ने कहा, "कुल बेचे गए घरों की सेल्स वैल्यू में वृद्धि हो रही है। वित्त वर्ष 2025 में सेल्स वॉल्यूम में वार्षिक आधार पर 14 प्रतिशत की गिरावट आई थी, जबकि सेल्स वैल्यू 6 प्रतिशत बढ़कर 5,59,290 करोड़ रुपए हो गई, जो वित्त वर्ष 2022 के बाद से सबसे अधिक है।"

शहर-वार विश्लेषण से पता चला है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और चेन्नई ने वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में अन्य शहरों को पीछे छोड़ते हुए वित्त वर्ष 2025 के अपने सेल्स वैल्यू का क्रमशः 74 प्रतिशत और 71 प्रतिशत हासिल किया।

वहीं, वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) की सेल्स वैल्यू पिछले वित्त वर्ष में दर्ज कुल सेल्स वैल्यू का 45 प्रतिशत रही है।

Point of View

भारत की हाउसिंग मार्केट में यह वृद्धि न केवल आर्थिक विकास का संकेत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश में लग्जरी आवास की मांग लगातार बढ़ रही है। यह स्थिति विभिन्न शहरों की आर्थिक स्थिरता और उपभोक्ता विश्वास को भी दर्शाती है।
NationPress
10/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत में हाउसिंग सेल्स वैल्यू में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी घरों की मांग में वृद्धि के कारण भारत में हाउसिंग सेल्स वैल्यू में वृद्धि हो रही है।
एनारॉक की रिपोर्ट में कौन से शहरों का उल्लेख किया गया है?
रिपोर्ट में शीर्ष सात भारतीय शहरों का उल्लेख किया गया है, जिनमें एनसीआर और चेन्नई शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में सेल्स वैल्यू कितनी रही?
वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में सेल्स वैल्यू 2.98 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।
क्या मुंबई का हाउसिंग मार्केट मजबूत है?
हाँ, मुंबई महानगर क्षेत्र की सेल्स वैल्यू पिछले वर्ष के मुकाबले 45 प्रतिशत रही है, जो कि मजबूत संकेत है।
भारत में हाउसिंग मार्केट में कौन सी प्रवृत्तियाँ देखी जा रही हैं?
भारत में हाउसिंग मार्केट में लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी आवास की बढ़ती मांग और स्थिर सेल्स वॉल्यूम देखी जा रही हैं।