क्या भारत की भविष्य की विकास दर 'स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी' पर निर्भर करेगी?: जितेंद्र सिंह

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क्या भारत की भविष्य की विकास दर 'स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी' पर निर्भर करेगी?: जितेंद्र सिंह

सारांश

भारत की विकास दर का भविष्य 'स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी' पर निर्भर करेगा। उद्योग और स्टार्टअप्स के बीच संबंध को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। जानें कैसे चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का 'कैंपस टैंक' इस दिशा में योगदान करेगा।

Key Takeaways

  • स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी भारत की विकास दर के लिए महत्वपूर्ण है।
  • उद्योग और स्टार्टअप्स का सहयोग आवश्यक है।
  • भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम छोटे शहरों में भी फैला है।
  • महिलाएं स्टार्टअप्स में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
  • ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की स्थिति में सुधार हुआ है।

नई दिल्ली, ७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की भविष्य की विकास दर मजबूत उद्योग साझेदारी पर आधारित ‘स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी’ के निर्माण पर निर्भर करेगी।

सिंह ने कहा कि सरकार ने इनोवेशन और उद्यमिता के लिए एक इकोसिस्टम तैयार किया है, लेकिन स्टार्टअप्स को बनाए रखने के लिए उद्योग के साथ प्रारंभिक और व्यापक जुड़ाव की आवश्यकता है।

उन्होंने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 'कैंपस टैंक' के लॉन्च समारोह में कहा, "यह मुख्य रूप से उद्योग संपर्क के लिए है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में कैंपस टैंक का शुभारंभ उद्योग संपर्क के माध्यम से स्टार्टअप से जुड़ी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।"

उन्होंने आगे कहा कि हमें उद्योग को आगे बनाए रखने के लिए हर चीज में अग्रणी रहना होगा।

उन्होंने बताया कि स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी एक अच्छी व्यवस्था है। विचार और शोध भले ही परिसरों से निकलते हों, लेकिन उनकी दीर्घकालिक सफलता उद्योग के साथ संरचित साझेदारी पर निर्भर करती है जो वित्तीय सहायता, बाजार में पहुंच और पैमाना प्रदान करती है।

मंत्री ने बताया कि भारत की स्टार्टअप कहानी अब तक ऊर्जा और नवाचार से प्रेरित रही है, लेकिन अगले चरण में ऐसे स्थायी उद्यम बनाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा जो प्रतिस्पर्धी बाजारों में टिक सकें।

उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी, कृषि और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों के उदाहरण दिए, जहां सरकारी समर्थन और उद्योग सहयोग ने पहले ही मजबूत परिणाम दिए हैं।

उन्होंने कहा कि उद्योग की भागीदारी न केवल स्टार्टअप को मजबूत बनाती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती है कि निवेश उत्पादक हों और आजीविका उत्पन्न करें।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम अब महानगरों या प्रौद्योगिकी केंद्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे शहरों और विविध क्षेत्र में पहुंच गया है।

यह एक ऐसे आकांक्षी भारत का संकेत है जो विकास के लिए इनोवेशन का उपयोग करने के लिए तैयार है।

केंद्रीय मंत्री ने इनोवेशन के क्षेत्र में भारत की बढ़ती वैश्विक स्थिति का भी जिक्र किया और बताया कि एक दशक से भी कम समय में देश ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में ८१वें स्थान से ३९वें स्थान पर पहुंच गया है।

उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत के लगभग ६० प्रतिशत पंजीकृत स्टार्ट-अप महिलाओं के नेतृत्व में हैं, जो एक ऐसे बदलाव को दर्शाता है जहां महिलाएं न केवल भागीदार हैं, बल्कि प्रमुख परियोजनाओं की अगुआ भी हैं।

Point of View

बल्कि यह आर्थिक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।
NationPress
07/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत की विकास दर को क्या प्रभावित करता है?
भारत की विकास दर को स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी और उद्योग सहयोग प्रभावित करता है।
स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी का क्या मतलब है?
स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनॉमी का मतलब है कि स्टार्टअप्स और उद्योग के बीच मजबूत संबंध बनाने से विकास होगा।
भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम कहां तक फैला है?
भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम अब छोटे शहरों और विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है।
कई स्टार्टअप्स का नेतृत्व कौन कर रहा है?
भारत के लगभग ६० प्रतिशत पंजीकृत स्टार्ट-अप महिलाओं के नेतृत्व में हैं।
भारत की वैश्विक स्थिति में क्या सुधार हुआ है?
भारत ने ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में ८१ से ३९ स्थान पर पहुंचकर अपनी स्थिति में सुधार किया है।