क्या भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में 2025 और 2026 में 5-7 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित होगा?

Click to start listening
क्या भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में 2025 और 2026 में 5-7 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित होगा?

सारांश

भारतीय रियल एस्टेट में 2025 और 2026 में 5-7 अरब डॉलर का निवेश आने की संभावना है। बढ़ते शहरीकरण और मजबूत अर्थव्यवस्था के चलते देश में रियल एस्टेट सेक्टर में नई संभावनाएं खुल रही हैं। जानिए इस रिपोर्ट में क्या कहा गया है।

Key Takeaways

  • 2025 और 2026 में 5-7 अरब डॉलर का निवेश आने की संभावना।
  • इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ और शहरीकरण से निवेश बढ़ रहा है।
  • ऑफिस और रेजिडेंशियल एसेट्स में 60 प्रतिशत का योगदान।
  • ग्लोबल इन्वेस्टर्स का भारत में बढ़ता विश्वास।
  • संस्थागत निवेश 4.3 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।

नई दिल्ली, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में मजबूत घरेलू आर्थिक विकास, बढ़ते शहरीकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ को देखते हुए 2025 और 2026 में प्रत्येक वर्ष विदेशी और घरेलू निवेशकों से 5-7 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है। यह जानकारी शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट में प्रदर्शित की गई।

रियल एस्टेट सर्विस फर्म कोलियर्स की नवीनतम रिपोर्ट बताती है कि 2024 से एपीएसी-केंद्रित कैपिलट रेजिंग 130 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है, जो कि 2025 की पहली तिमाही से तीसरी तिमाही तक की अवधि में ग्लोबल फंड रेजिंग के 11 प्रतिशत को दर्शाती है।

भारतीय रियल एस्टेट मार्केट के बारे में कोलियर्स इंडिया के नेशनल डायरेक्टर और रिसर्च हेड विमल नादर ने कहा, "इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स सेगमेंट एक नई तेजी दर्ज करवाएंगे। अल्टरनेटिव एसेट्स में डेटा सेंटर में निवेश बढ़ने का अनुमान है, जो कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और हाइपरस्केल मांग के विस्तार के कारण देखा जाएगा।"

लगातार ऑक्यूपायर एक्टिविटी और हेल्दी सप्लाई पाइपलाइन के चलते 2025 में ऑफिस और रेजिडेंशियल एसेट्स कुल निवेश में 60 प्रतिशत का योगदान कर सकते हैं।

इक्विटी मार्केट लिक्विडिटी को बढ़ा रहे हैं और रीट्स और आईपीओ के जरिए अल्टर्नेटिव इन्वेस्टमेंट के अवसर पैदा कर रहे हैं, जो कि भारतीय रियल एस्टेट में क्रॉस-बॉर्डर पार्टिसिपेशन को गति भी प्रदान कर रहे हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल इन्वेस्टर्स रीजन और सेगमेंट में डायवर्सिफिकेशन के साथ रियल एस्टेट मार्केट में फिर से प्रवेश कर रहे हैं और एलोकेशन एशिया प्रशांत की ओर शिफ्ट कर रहे हैं। इसमें भारत एक पसंदीदा डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है।

संस्थागत निवेशकों का सर्वे बताता है कि मार्केट फंडामेंटल में सुधार हो रहा है, लिक्विडिटी वापस आ रही है और वैश्विक स्तर पर प्राइसिंग एक्सपेक्टेशन सामान्य हो रही है।

पहले से स्थापित मार्केट जैसे जापान, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर लोकप्रिय बने हुए हैं। वहीं उभरते बाजारों में विशेष रूप से भारत उच्च रिटर्न के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश 2025 के पहले 9 महीनों में 4.3 अरब डॉलर के साथ मजबूत बना हुआ है, जिसे पहली तिमाहियों में मजबूत तेजी से समर्थन मिला है।

Point of View

मेरा मानना है कि यह रिपोर्ट न केवल भारतीय रियल एस्टेट के लिए, बल्कि समग्र आर्थिक विकास के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। सरकारी नीतियों और निवेशकों के उत्साह के चलते, भारत को एशिया में एक प्रमुख रियल एस्टेट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया जा सकता है।
NationPress
21/11/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय रियल एस्टेट में निवेश का भविष्य क्या है?
भारतीय रियल एस्टेट में निवेश का भविष्य सकारात्मक है, विशेषकर 2025 और 2026 में।
कोलियर्स की रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
कोलियर्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि रियल एस्टेट सेक्टर में 5-7 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है।
भारत क्यों एक पसंदीदा डेस्टिनेशन बन रहा है?
भारत उच्च रिटर्न के लिए उभरते बाजारों में एक महत्वपूर्ण स्थान बना रहा है।
Nation Press