क्या भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला है? निफ्टी 26,150 स्तर से नीचे कारोबार कर रहा है
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय शेयर बाजार में लाल निशान में कारोबार जारी है।
- निफ्टी 26,113.20 स्तर पर है, जो कि 0.24 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर बाजार पर पड़ा है।
- घरेलू संस्थागत निवेशक अभी भी सक्रिय हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में स्थिरता लौट सकती है।
मुंबई, 2 दिसम्बर (राष्ट्र प्रेस) । भारतीय बेंचमार्क सूचकांक ने कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को लाल निशान में शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस, मेटल और रियल्टी सेक्टर्स में बिकवाली का सामना कर रहा था।
सुबह 9 बजकर 36 मिनट पर सेंसेक्स 248.33 अंक या 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,393.57 स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी 62.55 अंक या 0.24 प्रतिशत की गिरावट के बाद 26,113.20 स्तर पर बना हुआ था।
निफ्टी बैंक 140.10 अंक या 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,541.25 स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 152.90 अंक या 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61,196.30 स्तर पर था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 50.75 अंक या 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,823.95 स्तर पर था।
बाजार के विशेषज्ञों का कहना है, "ऐसा लगता है कि मार्केट नए रिकॉर्ड हाई के आस-पास कंसोलिडेट हो रहा है और इसके बाद नए हाई पर पहुंच सकता है। नए हाई के लिए फंडामेंटल में समर्थन है, जैसा कि मजबूत जीडीपी आंकड़े और नवंबर में ऑटो सेल्स जैसे लीडिंग इंडिकेटर्स में दिखता है।"
उन्होंने आगे कहा कि रुपये में लगातार कमजोरी एक बाधा बन रही है, जो एफआईआई फ्लो को प्रभावित कर रही है। भारत और अमेरिका के बीच एक फेयर ट्रेड डील रुपये की कमजोरी को रोक सकती है।
इस बीच सेंसेक्स पैक में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इटरनल, बजाज फिनसर्व और टाटा स्टील शीर्ष लूजर्स रहे। वहीं, एशियन पेंट्स, इंफोसिस, भारती एयरटेल, एसबीआई और मारुति सुजुकी शीर्ष गैनर्स रहे।
एशियाई बाजारों में चीन और बैंकॉक लाल निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि जकार्ता, हांगकांग, सोल और जापान हरे निशान में बने हुए थे।
अमेरिकी बाजार आखिरी कारोबारी दिन लाल निशान में बंद हुए। डाउ जोंस 0.90 प्रतिशत या 427.09 अंक की गिरावट के बाद 47,289.33 पर बंद हुआ। वहीं, एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.53 प्रतिशत या 36.46 अंक के नुकसान के बाद 6,812.63 स्तर और नैस्डेक 0.38 प्रतिशत या 89.76 अंक की गिरावट के बाद 23,275.92 पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 1 दिसम्बर को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 1,171.31 करोड़ रुपये के भारतीय शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) इस कारोबारी दिन शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 2,558.93 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।