क्या भारतीय शेयर बाजार हरे निशान के साथ खुला है? ऑटो शेयरों में तेजी
 
                                सारांश
Key Takeaways
- भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक शुरुआत की है।
- ऑटो शेयरों में तेज़ी देखी गई है।
- निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं।
- वैश्विक बाजारों का मिलाजुला प्रदर्शन है।
- सपोर्ट लेवल 25,000 और 24,900 पर है।
मुंबई, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार आज मंगलवार के कारोबारी सत्र में तेजी के साथ खुला। सुबह 9:24 बजे सेंसेक्स में 195 अंक या 0.24 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिससे यह 81,981 पर पहुँच गया। इसी प्रकार, निफ्टी में 48 अंक या 0.19 प्रतिशत की मजबूती के साथ यह 25,116 पर था।
प्रारंभिक कारोबार में बाजार में तेजी का नेतृत्व ऑटो शेयरों ने किया। निफ्टी ऑटो इंडेक्स 0.74 प्रतिशत ऊपर था। इसके अलावा, निफ्टी फार्मा, निफ्टी रियल्टी, निफ्टी मीडिया, निफ्टी एनर्जी, निफ्टी इन्फ्रा, निफ्टी कमोडिटी और निफ्टी पीएसई भी हरे निशान में थे।
हालांकि, निफ्टी आईटी, निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी एफएमसीजी लाल निशान में रहे।
लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी तेजी देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 92 अंक या 0.16 प्रतिशत की मजबूती के साथ 58,578 पर था और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 115 अंक या 0.64 प्रतिशत की तेजी के साथ 18,242 पर पहुँच गया।
सेंसेक्स पैक में एमएंडएम, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, एलएंडटी, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, बीईएल, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, सन फार्मा, आईटीसी और टीसीएस शीर्ष गेनर्स रहे। वहीं, एशियन पेंट्स, टाइटन, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, बजाज फाइनेंस और एचयूएल शीर्ष लूजर्स रहे।
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड के तकनीकी और डेरिवेटिव एनालिस्ट अमृता शिंदे ने कहा कि बाजार एक सीमित दायरे में है, जो दर्शाता है कि अमेरिकी फेड की बैठक से पहले निवेशक सतर्क बने हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि तकनीकी दृष्टि से यदि निफ्टी 25,160 के ऊपर टिकता है, तो यह 25,250 और फिर 25,500 के ऊपर जा सकता है। वहीं, सपोर्ट लेवल 25,000 और 24,900 पर है।
वैश्विक बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। टोक्यो, हांगकांग, बैंकॉक और सोल हरे निशान में थे, जबकि शंघाई और जकार्ता दबाव में थे।
संस्थागत प्रवाह के मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 15 सितंबर को 1,268.6 करोड़ रुपए की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) ने इस दौरान 1,933.3 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            