क्या भारत के ऑफिस लीजिंग में 2025 की पहली छमाही में 40 प्रतिशत की तेजी देखी जाएगी?

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क्या भारत के ऑफिस लीजिंग में 2025 की पहली छमाही में 40 प्रतिशत की तेजी देखी जाएगी?

सारांश

भारत के कमर्शियल रियल एस्टेट मार्केट में 2025 की पहली छमाही में देखने को मिली है जब टॉप सात शहरों में नेट ऑफिस लीजिंग में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह रिपोर्ट भारत की आर्थिक स्थिरता और वैश्विक छवि को उजागर करती है। जानिए और क्या है इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • 2025 की पहली छमाही में नेट ऑफिस लीजिंग में 40 प्रतिशत की वृद्धि।
  • बेंगलुरु ने 6.55 मिलियन वर्ग फीट ऑफिस स्पेस अवशोषण किया।
  • पुणे में नई सप्लाई में 533 प्रतिशत की वृद्धि।
  • आईटी/आईटीईएस क्षेत्र ने लीजिंग का 29 प्रतिशत योगदान दिया।
  • कोलकाता में लीजिंग में 51 प्रतिशत की कमी।

नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत के कमर्शियल रियल एस्टेट क्षेत्र में 2025 की पहली छमाही में प्रबल वृद्धि देखने को मिली है, जिसमें सात प्रमुख शहरों में नेट ऑफिस लीजिंग में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। यह जानकारी गुरुवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।

एनारॉक रिसर्च के अनुसार, 2024 की पहली छमाही में नेट ऑफिस अब्सॉर्प्शन करीब 19.08 मिलियन वर्ग फुट से बढ़कर 2025 की पहली छमाही में लगभग 26.8 मिलियन वर्ग फुट हो गया।

इस अवधि के दौरान नए ऑफिस के सप्लाई में भी 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो कि लगभग 24.51 मिलियन वर्ग फुट तक पहुंच गई।

विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत ऑफिस मार्केट प्रदर्शन भारत की स्थिर आर्थिक वृद्धि और एक व्यावसायिक गंतव्य के रूप में इसकी बढ़ती वैश्विक छवि को दर्शाता है।

एनारॉक ग्रुप में कमर्शियल लीजिंग एंड एडवाइजरी के प्रबंध निदेशक, पीयूष जैन ने कहा कि देश वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) और अमेरिका आधारित कॉरपोरेट्स द्वारा बड़े पैमाने पर ऑफिस लीजिंग को आकर्षित करना जारी रखता है।

उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक स्थिरता अमेरिका में नीतिगत अनिश्चितता के विपरीत है, जिससे यह दीर्घकालिक निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है।

बेंगलुरु ने 2025 की पहली छमाही में लगभग 6.55 मिलियन वर्ग फीट ऑफिस स्पेस अवशोषित कर लीजिंग गतिविधि का नेतृत्व किया, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 4 मिलियन वर्ग फीट की तुलना में 64 प्रतिशत की वृद्धि है।

पुणे ने नेट अब्जॉर्प्शन में उच्चतम वार्षिक वृद्धि के साथ सबसे आगे रहा, जो पिछले वर्ष के 1.32 मिलियन वर्ग फीट से 188 प्रतिशत बढ़कर 3.8 मिलियन वर्ग फीट हो गया।

हालांकि, कोलकाता टॉप सात में से एकमात्र शहर था, जिसने लीजिंग में गिरावट देखी, जो 51 प्रतिशत घटकर केवल 0.45 मिलियन वर्ग फीट रह गया।

बेंगलुरु ने नए ऑफिस स्पेस निर्माण के मामले में 2025 की पहली छमाही में लगभग 6.91 मिलियन वर्ग फीट जोड़कर पुनः बढ़त हासिल की, जो पिछले वर्ष की तुलना में 26 प्रतिशत की वृद्धि है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पुणे ने नई सप्लाई में 533 प्रतिशत की असाधारण वृद्धि दर्ज की, जो 2024 की पहली छमाही में केवल 0.9 मिलियन वर्ग फुट से बढ़कर इस वर्ष 5.7 मिलियन वर्ग फुट से अधिक हो गई।

सेक्टर के अनुसार आईटी/आईटीईएस क्षेत्र ने मांग को आगे बढ़ाने का कार्य किया, जो कुल ऑफिस लीजिंग का 29 प्रतिशत थी।

इसके बाद कोवर्किंग क्षेत्र में 22 प्रतिशत और बीएफएसआई में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत का कमर्शियल रियल एस्टेट सेक्टर स्थिरता और विकास की ओर बढ़ रहा है। यह न केवल स्थानीय निवेशकों के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत में ऑफिस लीजिंग में वृद्धि के क्या कारण हैं?
भारत की आर्थिक स्थिरता और वैश्विक निवेशकों की रुचि इस वृद्धि के मुख्य कारण हैं।
कौन से शहरों में ऑफिस लीजिंग में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है?
बेंगलुरु और पुणे ने ऑफिस लीजिंग में सबसे ज्यादा वृद्धि देखी है।
क्या कोलकाता में ऑफिस लीजिंग में कमी आई है?
हाँ, कोलकाता में ऑफिस लीजिंग में गिरावट देखी गई है।