क्या दक्षिण कोरिया में निवेशकों से मिला आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधिमंडल?

सारांश
Key Takeaways
- आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए गया है।
- 'किया मोटर्स' के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
- प्रतिनिधिमंडल ने 'ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' में भाग लेने का निमंत्रण दिया।
- इस यात्रा को औद्योगिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि इससे बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित हो सकता है।
अमरावती, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए दक्षिण कोरिया की यात्रा पर निकले राज्य मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा को आगे बढ़ा रहा है। इस प्रतिनिधिमंडल में नगर प्रशासन मंत्री नारायण और जनार्दन रेड्डी शामिल हैं, जिन्होंने दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में कदम रखा है।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य आंध्र प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देना है। प्रतिनिधिमंडल के साथ दक्षिण कोरिया में भारतीय दूतावास के अधिकारी और एपी ईडीबी (आंध्र प्रदेश आर्थिक विकास बोर्ड) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं।
मंगलवार सुबह, मंत्रियों और अधिकारियों की टीम ने 'किया मोटर्स' के मुख्यालय का दौरा किया। वहां, उन्होंने 'किया' के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
बैठक के दौरान, मुख्य रूप से 'किया मोटर्स' के वैश्विक बाजार में बिक्री, उत्पादन विस्तार और आंध्र प्रदेश में 'किया' यूनिट के विस्तार को लेकर बातचीत की गई। मंत्रियों ने बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार 'किया' के निवेश और विकास के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और हर स्तर पर सहयोग देने के लिए तैयार है।
मंत्री नारायण और जनार्दन रेड्डी ने 'किया' के अधिकारियों को मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की नेतृत्व क्षमता और राज्य में नए निवेश अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार सरकार उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बना रही है, जिसमें बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, कुशल श्रम शक्ति और नीति समर्थन शामिल है।
प्रतिनिधिमंडल ने 'किया मोटर्स' के वरिष्ठ अधिकारियों को इस वर्ष नवंबर में विशाखापट्टनम में आयोजित होने वाले 'ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' में हिस्सा लेने का निमंत्रण भी दिया। उन्होंने आग्रह किया कि 'किया मोटर्स' इस सम्मेलन में भाग लेकर राज्य में अपने निवेश विस्तार की संभावनाएं तलाशे।
इस यात्रा को राज्य सरकार की विदेश नीति और औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस यात्रा से दक्षिण कोरिया के बड़े उद्योग समूहों में आंध्र प्रदेश के प्रति रुचि और विश्वास बढ़ेगा, जिससे भविष्य में राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित हो सकता है।