क्या फेस्टिव सीजन में यूपीआई लेनदेन 94,000 करोड़ रुपए प्रतिदिन के आंकड़े पर पहुंच गया?

सारांश
Key Takeaways
- फेस्टिव सीजन में यूपीआई लेनदेन में 13% की वृद्धि हुई।
- औसत प्रतिदिन लेनदेन 94,000 करोड़ रुपए पर पहुंचा।
- यूपीआई की 85% हिस्सेदारी डिजिटल भुगतानों में है।
- दीपावली पर 74 करोड़ लेनदेन का नया रिकॉर्ड।
- अक्टूबर में यूपीआई लेनदेन की वैल्यू 28 लाख करोड़ रुपए के पार जाने की उम्मीद।
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के लेनदेन में फेस्टिव सीजन के दौरान उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। अक्टूबर में औसत प्रतिदिन लेनदेन की वैल्यू सितंबर की तुलना में 13 प्रतिशत बढ़कर 94,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। यह जानकारी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा प्रदान की गई है।
यूपीआई के बढ़ते उपयोग का मुख्य कारण दशहरा और दीपावली जैसे प्रमुख त्योहारों पर खरीदारी के लिए यूपीआई का अधिक उपयोग है। इस महीने में एक सप्ताह से अधिक का समय शेष है, इसलिए यह उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर में देश में यूपीआई का उपयोग अपने अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुँच सकता है।
देश में सभी प्रकार के डिजिटल भुगतान में यूपीआई की हिस्सेदारी अब 85 प्रतिशत हो गई है और प्रतिदिन औसत लेनदेन की संख्या भी नए रिकॉर्ड पर पहुँच गई है।
दीपावली की पूर्व संध्या पर, यूपीआई के माध्यम से एक ही दिन में 74 करोड़ लेनदेन हुए थे, जो एक दिन में यूपीआई से होने वाला अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
इस महीने अब तक प्रतिदिन औसत लेनदेन की संख्या 69.5 करोड़ रही है, जो सितंबर के रिकॉर्ड 65.4 करोड़ से 6 प्रतिशत अधिक है।
त्योहारी सीजन हमेशा से यूपीआई के उपयोग में वृद्धि का एक प्रमुख प्रेरक रहा है। पिछले वर्ष भी दशहरा और दीपावली ने डिजिटल भुगतान गतिविधियों को बढ़ावा दिया था।
इस वर्ष 20 अक्टूबर तक, यूपीआई लेनदेन की वैल्यू ने छह दिन में एक लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा पार किया है, जो सितंबर के मुकाबले दोगुना है।
आमतौर पर, अधिकांश भुगतान प्लेटफॉर्म महीने की शुरुआत में वेतन और ईएमआई भुगतान के कारण सबसे अधिक सक्रिय होते हैं, जिसके बाद खर्च में कमी आती है।
महीने के मध्य तक यूपीआई लेनदेन अकसर लगभग 60,000 करोड़ रुपए के दैनिक मूल्य तक गिर जाता है। हालांकि, दीपावली के कारण इस महीने की गति मजबूत रही है और विशेषज्ञों का मानना है कि अक्टूबर यूपीआई के लिए एक सर्वकालिक रिकॉर्ड स्थापित कर सकता है।
अक्टूबर में यूपीआई की मासिक लेनदेन वैल्यू पहली बार 28 लाख करोड़ रुपए को पार करने की संभावना है, जो वर्तमान 25 लाख करोड़ रुपए के रिकॉर्ड से काफी अधिक है।