क्या गौतम अदाणी का पुरी बीच पर आना गर्व की बात है?

सारांश
Key Takeaways
- गौतम अदाणी का पुरी आगमन गर्व का विषय है।
- लाइफगार्ड्स ने उनकी सराहना की।
- अदाणी समूह ने तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण पहल की हैं।
- समुद्र तट की सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं का ध्यान रखा जा रहा है।
- अवसर पर गुमनाम नायकों की भूमिका को सराहा गया।
पुरी, 28 जून (राष्ट्र प्रेस) पुरी में लाइफगार्ड्स ने शनिवार को भगवान जगन्नाथ की दिव्य रथ यात्रा के अवसर पर अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी के ओडिशा के इस पवित्र शहर और उसके समुद्र तट पर आगमन पर खुशी और गर्व व्यक्त किया।
पुरी बीच पर समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए लाइफगार्ड के अध्यक्ष मणि शिव राव ने कहा, "गौतम अदाणी के आगमन से हम सम्मानित और बेहद खुश महसूस कर रहे हैं। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी हस्ती हमारे बीच आई है और हमसे बातचीत की है। हम अत्यंत प्रसन्न हैं।"
पुरी लाइफगार्ड एसोसिएशन के महासचिव हरि राव ने कहा, "जब गौतम अदाणी हमसे मिलने आए, तब हम गर्व और खुशी से अभिभूत थे। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी हस्ती ने हमसे सीधे संवाद किया है। यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"
अदाणी समूह ने 26 जून से 8 जुलाई तक चलने वाले नौ दिवसीय उत्सव के दौरान तीर्थयात्रियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का समर्थन करने के लिए बड़े पैमाने पर स्वयंसेवी पहल की शुरुआत की है।
समूह ने पुरी बीच लाइफगार्ड महासंघ के लाइफगार्ड और समुद्र तट की सफाई, विशेषकर प्लास्टिक कचरे के लिए वालंटियर्स को सहायता प्रदान की है।
उन्होंने आधिकारिक वालंटियर्स के लिए मुफ्त टी-शर्ट और नगर निगम के कर्मचारियों के लिए फ्लोरोसेंट सुरक्षा बनियान भी वितरित किए।
मणि ने कहा, "हर दिन, हम रथ यात्रा के दौरान आने वाले हजारों - लाखों लोगों की सेवा करते हैं। हमारी टीम निस्वार्थ भाव से खासकर समुद्र तट और मंदिर के आसपास दिन-रात काम करती है।"
उन्होंने कहा, "हमने अब तक 450 से अधिक लाइव केस (मेडिकल इमरजेंसी) संभाले हैं। हर सुबह 6 बजे से ही हमारी टीमें सुनिश्चित करती हैं कि इलाका साफ-सुथरा हो और तीर्थयात्रियों के लिए तैयार हो। सड़कों से लेकर रोशनी तक और सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक, हम यात्रा को सहयोग देने और सभी की भलाई सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।"
भक्तों की भारी भीड़ के बीच समर्पित लाइफगार्ड गुमनाम नायक बने हुए हैं। लाइफगार्ड कमांडर एम जोगी राव ने राष्ट्र प्रेस से कहा कि वे मानवता के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं और उनका असली इनाम लोगों की जान बचाना है।
उन्होंने कहा, "हम हर दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक यहाँ रहते हैं और लोगों की जान बचाने का कार्य करते हैं। जब हम किसी को डूबने से बचाते हैं, तो वह पल हमारे दिलों को भर देता है और यही वह इनाम है जिसकी हमें आवश्यकता है। हम यह कार्य प्रसिद्धि या प्रशंसा के लिए नहीं करते, हम यह मानवता के लिए करते हैं।"