क्या जेम डिजिटल सार्वजनिक खरीद को सशक्त बनाने के लिए भोपाल में ‘क्रेता संवाद’ आयोजित करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- डिजिटल सार्वजनिक खरीद को सशक्त बनाना।
- क्रेता संगठनों के लिए नई सुविधाएँ।
- स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर सुविधाजनक पहुँच।
- छोटे और सूक्ष्म व्यवसायों को बढ़ावा।
- पारदर्शिता और दक्षता में सुधार।
भोपाल, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। डिजिटल सार्वजनिक खरीद को सशक्त बनाने के लिए गवर्नमेंट-ई-मार्केटप्लेस (जेम) द्वारा क्रेता संवाद का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को दी।
मंत्रालय ने बताया कि क्रेता संवाद का आयोजन भोपाल के मिन्टो हॉल में शुक्रवार को किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य राज्य के विभिन्न विभागों की डिजिटल सार्वजनिक खरीद की क्षमता को और मजबूत करना है और स्थानीय क्रेता संगठनों को जेम इकोसिस्टम, सुविधाओं और कार्यप्रणाली का प्रभावी उपयोग सिखाना है।
मंत्रालय के अनुसार, यह सम्मेलन जेम प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं को उनके लिए उपलब्ध अवसरों की जानकारी प्रदान करेगा, जिससे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के खरीद संगठनों तक खरीदारों को सुगम पहुंच प्राप्त होगी। हाल के सुधारों, जैसे कि कॉशन मनी को हटाने और विक्रेता मूल्यांकन शुल्क में कमी के माध्यम से सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (एमएसई), महिला उद्यमियों, स्टार्टअपअनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उद्यमों की भागीदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे सार्वजनिक खरीद अधिक सुलभ और पारदर्शी हो रही है।
बयान में कहा गया है कि ये उपाय पूर्वानुमानित व्यावसायिक वृद्धि, तेज ऑनबोर्डिंग और बेहतर बाजार उपस्थिति का समर्थन करते हैं, जो विकसित भारत के दृष्टिकोण में योगदान करते हैं और आत्मनिर्भर भारत की भावना को सुदृढ़ करते हैं।
जेम के सीईओ मिहिर कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम क्रेता संगठनों को नई विशेषताओं को समझने, संचालन प्रक्रियाओं को स्पष्ट करने और फीडबैक साझा करने का एक अवसर प्रदान करेगा, जिससे मध्य प्रदेश में पारदर्शी और कुशल सार्वजनिक खरीद के नए मानक स्थापित होंगे।
मंत्रालय के मुताबिक, मध्य प्रदेश ने पहले ही जेम के माध्यम से 12,600 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की है, जिसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) से 7,100 करोड़ रुपये की खरीद शामिल है, जो समावेशी खरीद पर राज्य के मजबूत फोकस को दर्शाता है। जेम ने तेज खरीद चक्र, बेहतर प्रतिस्पर्धा, राष्ट्रव्यापी बाजार पहुंच और खरीद संबंधी निर्णयों की पूर्ण ट्रैकिंग को आसान बनाया है।