क्या नवादा में राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए जागरूकता रथ रवाना किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
- राष्ट्रीय लोक अदालत 13 दिसंबर को होगी।
- यह रथ नागरिकों को जागरूकता प्रदान करेगा।
- यह अनौपचारिक व्यवस्था है, जिसमें कोई शुल्क नहीं लिया जाता।
- यहाँ मामलों का निपटारा तेजी से किया जाता है।
नवादा, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नालसा और बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के दिशा-निर्देशों के अनुसार आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए जागरूकता फैलाने हेतु एक प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह आयोजन 13 दिसंबर को होने वाला है।
राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल संचालन और जन-जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 26 नवंबर को सिविल कोर्ट, नवादा के मुख्य द्वार से जागरूकता रथ को रवाना किया गया। इस रथ को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, नवादा शिल्पी सोनीराज ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह जागरूकता रथ नगर के प्रमुख चौराहों, बाजारों एवं सार्वजनिक स्थलों पर जाकर लोगों को आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में जानकारी देगा। इसके साथ ही, यह पंपलेट वितरित करके नागरिकों को प्रोत्साहित करेगा कि वे अपने लंबित मामलों के समाधान के लिए 13 दिसंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत का लाभ उठाएं।
इस अवसर पर शिल्पी सोनीराज की उपस्थिति में सभी जिला एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार, नवादा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी, डिफेंस/पैनल अधिवक्ता, पारा विधिक स्वयंसेवक, व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी और जिला विधिक सेवा प्राधिकार, नवादा के सभी कर्मी उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर वाहन दुर्घटना दावा या मुआवजा से संबंधित विवाद, पारिवारिक मामलों में तलाक, भरण-पोषण, हिरासत और उत्तराधिकार से जुड़े मामलों की सुनवाई होती है। इसके साथ ही संपत्ति विवाद, स्वामित्व विवाद और किराएदारी मुद्दों की भी सुनवाई की जाती है। धन वसूली एवं उपभोक्ता शिकायतें, व्यवसायों या सेवा प्रदाताओं के विरुद्ध शिकायतें भी सुनी जाती हैं। श्रम एवं रोजगार के मुद्दों पर भी सुनवाई होती है।
लोक अदालत में कुछ मामलों का निपटारा नियमित अदालतों की तुलना में तेजी से किया जाता है। यहाँ कोई कानूनी या अदालती शुल्क नहीं लिया जाता है। यह एक अनौपचारिक व्यवस्था है और यहाँ का वातावरण सरल और कम डरावना होता है।