क्या जीएसटी 2.0 ने भारत में बिक्री को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा दिया?

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क्या जीएसटी 2.0 ने भारत में बिक्री को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा दिया?

सारांश

जीएसटी 2.0 के लागू होने से भारत में बिक्री में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे एक उपहार बताया है। क्या इसका प्रभाव दीर्घकालिक होगा? जानिए इस लेख में!

Key Takeaways

  • जीएसटी 2.0 ने बिक्री में अभूतपूर्व वृद्धि की है।
  • ऑटोमोबाइल की कीमतों में कमी हुई है।
  • उपभोक्ताओं में खुशी की लहर है।
  • डिजिटल बाजार में बिक्री में वृद्धि हुई है।
  • यह सुधार दीर्घकालिक लाभ प्रदान कर सकता है।

नई दिल्ली, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी सुधारों ने दुकानदारों, ऑटो डीलर्स और आम जनता से शानदार प्रतिक्रिया प्राप्त की है। इसके चलते बिक्री अब रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।

ये जीएसटी सुधार सोमवार से लागू हो चुके हैं। इसमें दैनिक उपयोग की वस्तुओं से लेकर गाड़ियों की कीमतों में कमी की गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी 2.0 को भारत की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण सुधार बताया, जो एक नीरस नीतिगत बदलाव से अधिक एक उत्सव जैसा उपहार है।

जीएसटी सुधार लागू होने के पहले दिन कार शोरूमों में लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। ऑनलाइन ऑर्डरों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई और बाजार में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई।

नवरात्रि के पहले दिन, ऑटोमोबाइल सेक्टर ने ऐतिहासिक बिक्री दर्ज की। नए जीएसटी ढांचे के अनुसार, छोटी सब-4 मीटर कारों को 18 प्रतिशत के स्लैब में रखा गया है, और ऑटोमोबाइल पर कंपनसेशन सेस पूरी तरह से हटा दिया गया है।

जीएसटी 2.0 के पहले दिन, मारुति सुजुकी ने 80,000 इंक्वायरी और 30,000 कारों की डिलीवरी की, जो कि 35 वर्षों में एक दिन में सबसे अच्छा प्रदर्शन है। छोटी कारों की बुकिंग सामान्य त्योहारी सीजन की तुलना में 50 प्रतिशत बढ़ी है।

इस दिन, हुंडई ने 11,000 डीलर बिलिंग की, जो पांच वर्षों में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। टाटा मोटर्स ने नवरात्रि के पहले दिन 10,000 कारों की डिलीवरी और 25,000 से अधिक इंक्वायरी दर्ज की।

जीएसटी 2.0 ने अनगिनत परिवारों के सपनों को पूरा करने में मदद की है। अब ऑटोमोबाइल पहले से अधिक किफायती हो गए हैं और त्योहारों के दौरान एक वास्तविक खरीदारी का विकल्प बन गए हैं।

यह उत्साह डिजिटल बाजार तक भी पहुंचा, जहां खरीदार फैशन, घरेलू आवश्यक सामान और त्योहारों के लिए जरूरी सामान खरीदने के लिए दौड़ पड़े।

फ्लिपकार्ट और अमेज़न ने सोमवार को लॉयल्टी प्रोग्राम के उपयोगकर्ताओं के लिए अपने त्योहारी सेल की शुरुआत की, जिसमें विक्रेताओं ने जीएसटी कटौती से लाभ उठाया।

फैशन ब्रांड “द पैंट प्रोजेक्ट” की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि घरेलू आवश्यक सामान में 151 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

जीएसटी 2.0 के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स में भी बड़ी सफलता मिली, जहां ग्राहकों ने उच्च मांग वाले उत्पादों की कीमतों में कमी का लाभ उठाया।

कंपनियों ने आम सोमवार की तुलना में दोगुनी बिक्री दर्ज की, और नई दरों के लागू होने से पहले ही कई प्री-बुकिंग हो गईं।

इस कर सुधार ने उपभोक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ाई, घरेलू खर्चों को कम किया और सभी उद्योगों में मांग को पुनर्जीवित किया।

यह केवल एक कर सुधार नहीं है, बल्कि यह बचत का एक त्यौहार है और प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भारत के लोगों को एक दिवाली का उपहार है।

Point of View

बल्कि उपभोक्ताओं के मन में आशा और उत्साह का संचार किया है। इस समय, देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, और यह सुधार सही दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
NationPress
24/09/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी 2.0 क्या है?
जीएसटी 2.0 एक कर सुधार है जो भारत में बिक्री करों को सरल और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए लागू किया गया है।
जीएसटी 2.0 से क्या लाभ होगा?
जीएसटी 2.0 से उपभोक्ताओं को वस्तुओं की कीमतों में कमी और व्यापारियों को बेहतर बिक्री की उम्मीद है।
क्या जीएसटी 2.0 के कारण ऑटोमोबाइल की बिक्री बढ़ी है?
हाँ, जीएसटी 2.0 ने ऑटोमोबाइल की कीमतों में कमी की है, जिससे बिक्री में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
क्या जीएसटी 2.0 का प्रभाव दीर्घकालिक होगा?
जीएसटी 2.0 का दीर्घकालिक प्रभाव सकारात्मक हो सकता है, जिससे व्यापार और उपभोक्ता दोनों के लिए लाभ होगा।
क्या यह सुधार केवल त्योहारी सीजन के लिए है?
नहीं, जीएसटी 2.0 का प्रभाव त्योहारी सीजन के बाद भी जारी रह सकता है।