क्या जीएसटी सुधारों ने आम आदमी के सपने पूरे किए हैं? : प्रल्हाद जोशी

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी सुधारों से टैक्स में कमी आई है।
- मध्यम और गरीब परिवारों को आर्थिक राहत मिली है।
- सरकार उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
- ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर सख्त निगरानी हो रही है।
- अनुचित शुल्क वसूलने वाले प्लेटफार्मों पर कार्रवाई की जाएगी।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू हुए जीएसटी सुधारों ने देश के आम नागरिकों के सपनों को साकार किया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जोशी ने कहा कि इससे भारतीय परिवारों के लिए इलेक्ट्रॉनिक, वाहनों और अन्य उत्पादों पर टैक्स में कमी आई है, जिससे मध्यम और गरीब वर्ग के परिवारों पर वित्तीय बोझ घटा है।
उन्होंने कहा कि इन सुधारों ने परिवारों को सशक्त बनाया है और इनसे देशभर के घरों में खुशी और आराम बढ़ा है।
जोशी ने पोस्ट में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी सुधारों ने आम लोगों के सपनों को साकार किया है। घरेलू वस्तुओं, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और वाहनों पर टैक्स में कमी से मध्यम वर्ग और गरीब परिवारों पर आर्थिक बोझ कम हुआ है, परिवारों को सशक्त बनाया है और उनमें उत्सव का आनंद भर दिया है।"
केंद्रीय मंत्री का यह बयान उस समय आया है जब सरकार ने यह सुनिश्चित करने के प्रयास तेज कर दिए हैं कि जीएसटी सुधारों का लाभ सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचे।
उपभोक्ता मामलों का विभाग ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर कड़ी नजर रख रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि जीएसटी कटौती का लाभ असली उपभोक्ताओं तक पहुँच रहा है या नहीं।
जोशी ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि उपभोक्ताओं को गुमराह करने वाले और कैश-ऑन-डिलीवरी (सीओडी) के लिए अतिरिक्त शुल्क जैसे अनुचित शुल्क वसूलने वाले ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रैक्टिस "डार्क पैटर्न" के समान हैं जो खरीदारों का शोषण करती हैं और निष्पक्ष व्यापार सिद्धांतों के खिलाफ हैं।
केंद्रीय मंत्री का यह बयान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक उपयोगकर्ता की पोस्ट के जवाब में दिया गया है, जिसमें ई-कॉमर्स प्लेयर फ्लिपकार्ट द्वारा ऑफ़र हैंडलिंग फीस, पेमेंट हैंडलिंग फीस और प्रोटेक्ट प्रॉमिस जैसी कई फीस वसूलने का जिक्र किया गया था।