क्या मई में आठ प्रमुख उद्योगों ने 0.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की? सीमेंट और स्टील सबसे आगे

सारांश
Key Takeaways
- सीमेंट और स्टील का उत्पादन महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा है।
- आईसीआई की वृद्धि दर 0.7 प्रतिशत है।
- बिजली उत्पादन में गिरावट चिंता का विषय है।
- इन उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में भार 40 प्रतिशत से अधिक है।
- आर्थिक विकास के लिए इन उद्योगों का प्रदर्शन महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। मई में आठ प्रमुख उद्योगों (आईसीआई) के संयुक्त सूचकांक में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से प्राप्त हुई।
सीमेंट, स्टील, कोयला और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में पिछले महीने सकारात्मक वृद्धि देखी गई।
मंत्रालय ने बताया कि फरवरी, मार्च और अप्रैल के लिए आठ कोर उद्योगों के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर क्रमशः 3.4, 4.5 और 1 प्रतिशत रही है।
वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से मई के दौरान आईसीआई की संचयी वृद्धि दर पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 0.8 प्रतिशत (अनंतिम) है।
मंत्रालय के अनुसार, मई 2025 में कोयला उत्पादन में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 2.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से मई के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की तुलना में 3.1 प्रतिशत बढ़ा है।
मई में पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन में 1.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से मई के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की तुलना में 1.7 प्रतिशत कम हुआ।
मई में स्टील उत्पादन में 6.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से मई के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की तुलना में 5.5 प्रतिशत बढ़ा है।
सीमेंट उत्पादन में भी मई में 9.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से मई के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की तुलना में 7.8 प्रतिशत बढ़ा है।
हालांकि, मई में बिजली उत्पादन में 5.8 प्रतिशत की गिरावट आई है और वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से मई के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की तुलना में 2.2 प्रतिशत कम रहा है।
आईसीआई आठ प्रमुख उद्योगों - कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली के उत्पादन का संयुक्त और व्यक्तिगत प्रदर्शन मापता है।
मंत्रालय ने बताया कि इन आठ प्रमुख उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में भार 40 प्रतिशत से अधिक है।