क्या माधव गोपाल कामथ ने 'विश्व युवा स्क्रैबल चैंपियन- 2025' का खिताब जीता?

सारांश
Key Takeaways
- माधव गोपाल कामथ ने विश्व युवा स्क्रैबल चैंपियनशिप - 2025 का खिताब जीता।
- यह जीत भारतीय स्क्रैबल के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
- माधव पहली बार स्क्रैबल खेलते समय केवल 6 वर्ष के थे।
- भारत ने इस प्रतियोगिता में 12 युवा खिलाड़ियों की टीम भेजी थी।
- माधव की डब्ल्यूवाईएससी में जीत से भारतीय युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी।
मुंबई, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली निवासी 14 वर्षीय माधव गोपाल कामथ ने विश्व युवा स्क्रैबल चैंपियनशिप - 2025 (डब्ल्यूवाईएससी) का प्रतिष्ठित खिताब जीत कर इतिहास रच दिया है। वह यह खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं, जो भारतीय स्क्रैबल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
माधव, जो वर्तमान में भारत के सबसे उच्च रैंक वाले स्क्रैबल खिलाड़ी और राष्ट्रीय चैंपियन हैं, ने मलेशिया के कुआलालम्पुर में आयोजित इस वार्षिक प्रतियोगिता में 18 देशों के 218 अंडर-18 खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
उन्होंने 24 राउंड में से 21 में जीत हासिल की और अंतिम राउंड में चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया।
प्रत्येक वर्ष की तरह, भारत ने डब्ल्यूवाईएससी में एक मजबूत टीम भेजी थी, जिसमें 12 सर्वश्रेष्ठ युवा स्क्रैबल खिलाड़ी शामिल थे, जिसमें 7 लड़के और 5 लड़कियां थीं। इन खिलाड़ियों को मुंबई की कोच नीता भाटिया ने प्रशिक्षित किया।
पिछले वर्ष की प्रतियोगिता में उपविजेता रहे सुयश मंचली ने 17 जीत के साथ पांचवां स्थान प्राप्त किया।
भारतीय दल को एस्सार फाउंडेशन, स्क्रैबल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसएआई) और वर्डहोलिक्स का समर्थन प्राप्त था।
स्क्रैबल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हरविंदरजीत भाटिया ने कहा, "माधव की जीत भारतीय स्क्रैबल के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है और यह पूरे समुदाय के लिए गर्व का क्षण है। पिछले कुछ वर्षों में हमारे युवा खिलाड़ियों ने अपार प्रतिभा दिखाई है। इस खिताब से भारत का वैश्विक स्क्रैबल में स्थान और मजबूत होगा। हम एस्सार फाउंडेशन को धन्यवाद देते हैं।"
एस्सार फाउंडेशन के प्रवक्ता ने कहा, "हमें इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर गर्व है। हमारे लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि हम युवा खिलाड़ियों को समर्थन दें और उनके लिए उत्कृष्टता के अवसर पैदा करें।"
चैंपियन बनने के बाद, माधव ने कहा, "यह खिताब जीतने वाला पहला भारतीय बनना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा है।"
इस साल की शुरुआत में, माधव ने 25वीं राष्ट्रीय स्क्रैबल चैंपियनशिप जीतकर सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय चैंपियन बनने का खिताब भी अपने नाम किया था। वर्तमान में वह सभी आयु वर्गों में दुनिया में 8वें स्थान पर हैं।
माधव ने मात्र 6 वर्ष की आयु में स्क्रैबल खेलना शुरू किया था, और उनकी असाधारण योग्यता ने उन्हें दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों में स्थान दिलाया है।
माधव की डब्ल्यूवाईएससी में जीत से भारत में युवा स्क्रैबल को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
स्क्रैबल भारत में एक उभरता हुआ खेल है, और यह उपलब्धियां देश के प्रतिस्पर्धी युवा स्क्रैबल सर्किट की अपार क्षमता को उजागर करती हैं।