क्या भारत के रियल एस्टेट मार्केट में जनवरी-सितंबर अवधि में 4.3 अरब डॉलर का संस्थागत निवेश आया?

सारांश
Key Takeaways
- 2025 के पहले नौ महीनों में 4.3 अरब डॉलर का संस्थागत निवेश हुआ।
- घरेलू पूंजी का योगदान 60 प्रतिशत था।
- मुंबई ने 19 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के रियल एस्टेट मार्केट में 2025 के पहले नौ महीनों (जनवरी-सितंबर अवधि) में 4.3 अरब डॉलर का संस्थागत निवेश हुआ है। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई।
कोलियर्स इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले नौ महीनों का इन्वेस्टमेंट वॉल्यूम पिछले पांच वर्षों की जनवरी-सितंबर अवधि के औसत 4 अरब डॉलर के प्रवाह से अधिक रहा।
यह प्रवृत्ति भारतीय अर्थव्यवस्था और रियल एस्टेट मार्केट की मजबूती को दर्शाती है। साथ ही, यह मौजूदा वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों और अन्य बाहरी अस्थिरताओं के बीच सतर्क निवेशक दृष्टिकोण को भी दिखाती है।
कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बादल याग्निक ने कहा, "भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश 2025 की तीसरी तिमाही में 1.3 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो सालाना आधार पर 11 प्रतिशत अधिक है। यह भारत के आर्थिक आधार और रियल एस्टेट क्षेत्र की मजबूती में निवेशकों के निरंतर विश्वास को दर्शाता है।"
घरेलू संस्थागत पूंजी निवेश सालाना आधार पर 52 प्रतिशत बढ़कर 2.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश के बढ़ते ट्रेंड को दर्शाता है।
तिमाही निवेश में घरेलू पूंजी का योगदान 60 प्रतिशत रहा, जिसमें कार्यालय और आवासीय क्षेत्रों में निवेशकों की गहरी रुचि रही। बड़ी बात यह है कि तिमाही के दौरान घरेलू निवेश में कार्यालय परिसंपत्तियों का योगदान तीन-चौथाई से अधिक रहा, जो तैयार और विकासशील, दोनों तरह की व्यावसायिक संपत्तियों के लिए निरंतर रुचि का संकेत है।
रिपोर्ट में कहा गया कि आने वाले समय में घरेलू संस्थानों से पूंजी का एक स्थिर स्रोत बने रहने की उम्मीद है, जबकि वैश्विक निवेशकों द्वारा निकट भविष्य में सतर्क रुख बनाए रखने की संभावना है।
कार्यालय क्षेत्र में संस्थागत निवेश 2025 के पहले नौ महीनों में 1.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो 2024 की इसी अवधि के स्तर के लगभग बराबर है, जो अब तक के वर्ष में कुल निवेश का 35 प्रतिशत है।
2025 में कुल 0.8 अरब डॉलर के संस्थागत निवेश या 19 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ मुंबई शीर्ष पर था। इसके बाद बेंगलुरु का स्थान है।