क्या केजरीवाल को मिला सरकारी बंगला? हाईकोर्ट की सख्ती के बाद हुआ आवंटन

Click to start listening
क्या केजरीवाल को मिला सरकारी बंगला? हाईकोर्ट की सख्ती के बाद हुआ आवंटन

सारांश

क्या केजरीवाल को मिला सरकारी बंगला? दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री को लोधी एस्टेट में आवास आवंटन हाईकोर्ट के सख्त निर्देशों के बाद हुआ। जानिए इस विवाद की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • केजरीवाल को 95 लोधी एस्टेट का आवास मिला।
  • हाईकोर्ट ने आवास आवंटन में पारदर्शिता की आवश्यकता जताई।
  • केंद्र सरकार को पुनर्विचार करने के लिए कहा गया।
  • ‘आप’ ने इसे न्याय की जीत बताया।
  • संस्थानों में समानता की पुष्टि की गई।

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लंबे समय तक चली कानूनी जंग और केंद्र सरकार के साथ विवाद के बाद, आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक तथा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 95 लोधी एस्टेट स्थित टाइप-VII बंगला आवंटित कर दिया गया है। यह आवास उन्हें एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रमुख के रूप में प्रदान किया गया है।

यह आवंटन तब हुआ जब दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को आवास आवंटन में हो रही देरी पर कड़ी टिप्पणी की थी। अदालत ने कहा था कि सरकारी आवासों के वितरण में पारदर्शिता और समानता को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कोर्ट ‘आप’ की उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें पार्टी ने अपने राष्ट्रीय संयोजक के लिए केंद्र सरकार से आवास की मांग की थी।

हाईकोर्ट ने 16 सितंबर को सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार के रवैये को “टालमटोल” करार देते हुए कहा था कि आवास आवंटन की प्रक्रिया किसी विशेष व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि समान अवसर की प्रणाली होनी चाहिए। अदालत ने केंद्र को स्पष्ट किया था कि सरकारी आवास किसी भी व्यक्ति या पद के प्रति भेदभाव के आधार पर नहीं दिए जा सकते।

इससे पहले, आम आदमी पार्टी ने 35 लोधी एस्टेट स्थित टाइप-VII बंगला अरविंद केजरीवाल को देने का प्रस्ताव किया था। यह वही बंगला था जिसे बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने मई में खाली किया था। हालांकि, केंद्र सरकार ने उस बंगले को केजरीवाल के बजाय एक केंद्रीय राज्य मंत्री को आवंटित कर दिया था। इस निर्णय के बाद मामला और विवादित हो गया था।

इसके बाद, हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि वह अपने आवंटन की प्राथमिकता और प्रक्रिया के रिकॉर्ड अदालत के समक्ष प्रस्तुत करे और यह भी स्पष्ट करे कि आखिर किस आधार पर अरविंद केजरीवाल को प्राथमिकता सूची में पीछे रखा गया। अब जबकि 95 लोधी एस्टेट का बंगला केजरीवाल को मिल गया है, ‘आप’ ने इसे “न्याय की जीत” बताया है।

पार्टी नेताओं ने कहा कि यह फैसला न केवल कानूनी रूप से सही है, बल्कि यह दर्शाता है कि संस्थाओं में पारदर्शिता और समानता अभी भी बनी हुई है।

Point of View

NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

केजरीवाल को बंगला कब आवंटित किया गया?
केजरीवाल को 7 अक्टूबर को 95 लोधी एस्टेट का बंगला आवंटित किया गया।
हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को क्या निर्देश दिए?
हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को आवास आवंटन में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
यह आवंटन क्यों विवादित था?
यह आवंटन इसलिए विवादित था क्योंकि पहले 35 लोधी एस्टेट का बंगला एक केंद्रीय राज्य मंत्री को दिया गया था।