क्या ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य संकट में है? 2025 में मार्केट शेयर में 50 प्रतिशत की कमी
सारांश
Key Takeaways
- मार्केट शेयर में 50 प्रतिशत कमी
- कंपनी का नुकसान 418 करोड़ रुपए
- टीवीएस और बजाज जैसे प्रतिस्पर्धियों से बढ़ती चुनौती
- ग्राहक सेवा में सुधार की आवश्यकता
- आर्थिक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन क्षेत्र में 2025 में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। मार्केट लीडर ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी में 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट शेयर 2025 में घटकर 16.1 प्रतिशत रह गया है, जबकि 2024 में यह 36.7 प्रतिशत था।
सरकारी वाहन पोर्टल के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक ने 2025 में 1,96,767 वाहनों की बिक्री की है।
ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी में कमी के पीछे कंपनी को ऑपरेशनल स्तर पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें डिलीवरी के बाद सर्विस में ग्राहकों को समस्याओं का सामना करना और उत्पाद की गुणवत्ता शामिल हैं।
कंपनी लगातार नुकसान में है। वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक का कंसोलिडेटेड नुकसान 418 करोड़ रुपए था।
इस दौरान कंपनी की कुल आय में भी कमी आई है, जो सालाना आधार पर 43 प्रतिशत घटकर 690 करोड़ रुपए रह गई है, जबकि वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में यह 1,214 करोड़ रुपए थी।
कंपनी ने पहले की एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था, "ऑटो सेगमेंट के लिए, हम पहली तिमाही में गाइडेंस के अनुसार कम वॉल्यूम की अपेक्षा कर रहे हैं क्योंकि हम अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में मार्जिन और नकद अनुशासन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।"
ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। पिछले एक महीने में शेयर 13.77 प्रतिशत और छह महीने में 19 प्रतिशत तक गिर गए हैं।
इस वर्ष की शुरुआत से अब तक शेयर में 59.44 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इस दौरान मजबूत डीलर नेटवर्क और बेहतर आफ्टर-सेल्स सपोर्ट वाली प्रसिद्ध कंपनियों ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है।
टीवीएस मोटर कंपनी 2025 में मार्केट लीडर बनकर उभरी, जिसने 2,95,315 यूनिट्स बेचकर 24.2 प्रतिशत मार्केट शेयर हासिल किया।
बजाज ऑटो 21.9 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर रही, जिससे इस सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा और बढ़ गई है।