क्या ईरान-इजराइल युद्धविराम के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में बंद हुए?

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क्या ईरान-इजराइल युद्धविराम के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में बंद हुए?

सारांश

ईरान और इजराइल के बीच युद्धविराम की घोषणा ने भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मकता का संचार किया। हालांकि, मध्य पूर्व में ताजा तनाव की रिपोर्टों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। जानिए, बाजार ने किस तरह प्रदर्शन किया और आगे के रुझान क्या हो सकते हैं।

Key Takeaways

  • सेंसेक्स 82,055.11 पर बंद हुआ, 0.19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ।
  • निफ्टी 25,044.35 पर बंद हुआ, 0.29 प्रतिशत की वृद्धि के साथ।
  • युद्ध विराम के बाद बाजार में उत्साह देखा गया।
  • मध्य पूर्व में तनाव ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
  • निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।

मुंबई, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को सकारात्मक रुख के साथ समापन किया, जबकि बेंचमार्क सूचकांकों ने वर्तमान भू-राजनीतिक चिंताओं के चलते अपनी अधिकांश शुरुआती बढ़त को खो दिया।

शुरुआती कारोबार में 1 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के बाद, ईरान और इजराइल के बीच हाल ही में घोषित युद्धविराम के संभावित उल्लंघन की रिपोर्ट्स के चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने मामूली बढ़त के साथ समापन किया।

सेंसेक्स ने दिन के दौरान 83,018.16 का उच्चतम स्तर प्राप्त किया, लेकिन बाद में यह अपनी बढ़त घटाते हुए 82,055.11 पर बंद हुआ। सूचकांक ने कारोबार के अंत में 158.32 अंक या 0.19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ समापन किया।

निफ्टी ने भी पूरे दिन उतार-चढ़ाव का अनुभव किया। यह 25,317.70 और 24,999.70 के बीच ट्रेड करता रहा और अंततः 72.45 अंक या 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,044.35 पर बंद हुआ।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि युद्ध विराम की घोषणा के बाद उम्मीद की किरण के चलते शुरुआती उछाल आया, लेकिन मध्य पूर्व में नए तनाव के संकेत देने वाली रिपोर्टों ने माहौल को सतर्क कर दिया।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के अजीत मिश्रा ने कहा, "निफ्टी का 25,200-प्रतिरोध स्तर को पार करने में विफल होना दर्शाता है कि बियर अभी भी सक्रिय हैं और हार मानने को तैयार नहीं हैं।"

उन्होंने कहा कि निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सकारात्मक लेकिन सतर्क दृष्टिकोण बनाए रखें और सेक्टरल ट्रेंड्स से प्रेरित स्टॉक का चयन करें।

निफ्टी इंडेक्स में अदाणी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और टाटा स्टील प्रमुख विजेताओं में शामिल थे, जिन्होंने 2.89 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

वहीं, ओएनजीसी, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, ट्रेंट और एचसीएल टेक्नोलॉजीज प्रमुख हारने वालों में रहे, जो 2.90 प्रतिशत तक गिर गए।

बृहद बाजार भी बढ़त के साथ बंद हुए। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.71 प्रतिशत ऊपर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.72 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।

जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के विनोद नायर ने कहा, "युद्ध विराम की घोषणा और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से गिरावट के कारण घरेलू बाजार में शुरुआती बढ़त अल्पकालिक रही, क्योंकि मध्य पूर्व में नए भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों की धारणा को अस्थिर कर दिया।"

उन्होंने कहा, "आगे बढ़ते हुए, अपट्रेंड की स्थिरता घरेलू आय की मजबूती पर निर्भर करेगी।"

बाजार में अस्थिरता थोड़ी कम हुई, क्योंकि इंडिया विक्स, अस्थिरता सूचकांक 2.88 प्रतिशत गिरकर 13.64 पर बंद हुआ।

Point of View

हमें हमेशा देश के हितों का ध्यान रखना चाहिए। वर्तमान में, भारतीय शेयर बाजार की स्थिति निश्चित रूप से दिलचस्प है, लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए। मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव को देखते हुए, निवेशकों को सतर्क रहकर निर्णय लेने की आवश्यकता है।
NationPress
24/06/2025

Frequently Asked Questions

क्या ईरान-इजराइल युद्धविराम का असर भारतीय बाजार पर पड़ा?
हाँ, युद्धविराम की घोषणा ने शुरुआत में भारतीय बाजार में सकारात्मकता का संचार किया, लेकिन बाद में तनाव की रिपोर्टों ने स्थिति को प्रभावित किया।
आज सेंसेक्स और निफ्टी का क्या प्रदर्शन रहा?
सेंसेक्स 158.32 अंक या 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी ने 72.45 अंक या 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ समापन किया।
कौन से शेयर आज टॉप गेनर्स रहे?
अदाणी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और टाटा स्टील टॉप गेनर्स में शामिल रहे।
बाजार में अस्थिरता का क्या कारण है?
मध्य पूर्व में नए भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों की धारणा को अस्थिर किया है, जिसके कारण बाजार में अस्थिरता आई है।
निवेशकों को क्या सलाह दी जाती है?
निवेशकों को सकारात्मक लेकिन सतर्क दृष्टिकोण बनाए रखने की सलाह दी जाती है।