क्या भारत का रुख स्पष्ट है? आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं: विक्रम मल्होत्रा

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क्या भारत का रुख स्पष्ट है? आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं: विक्रम मल्होत्रा

सारांश

क्या भारत का रुख आतंकवाद और व्यापार के संबंध में स्पष्ट है? विक्रम मल्होत्रा के बयानों के माध्यम से जानें कि पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री के बयानों का क्या महत्व है और भारत का सख्त रुख क्या दर्शाता है।

Key Takeaways

  • विक्रम मल्होत्रा ने पाकिस्तान के बयानों को नकारा।
  • भारत का रुख आतंकवाद के खिलाफ मजबूत है।
  • सिंधु जल समझौते का निलंबन पाकिस्तान को प्रभावित करेगा।
  • भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग किया है।
  • हमारी सेना किसी भी गुस्ताखी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।

जम्मू, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के नेता और जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता विक्रम मल्होत्रा ने मंगलवार को पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के हालिया बयानों को नकारते हुए कहा कि उनकी टिप्पणियों को न तो पाकिस्तान में और न ही वैश्विक मंच पर गंभीरता से लिया जाता है।

विक्रम मल्होत्रा ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर नियंत्रण नहीं करता, तब तक पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।

उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयानों को गंभीरता से लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। उनके बयान अक्सर सुर्खियों में बने रहने के लिए होते हैं। जब भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित करने का निर्णय लिया, तो पाकिस्तान की सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान ने सोशल मीडिया पर भारत का मजाक उड़ाया और कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन, बाद में पाकिस्तान ने भारत को तीन पत्र लिखकर इस फैसले पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई। यह दर्शाता है कि इस मुद्दे की गंभीरता उनके लिए कितनी महत्वपूर्ण है।"

विक्रम मल्होत्रा ने कहा, "पाकिस्तान का दावा कि सिंधु जल समझौते का निलंबन उन्हें प्रभावित नहीं करता, खोखला है। उनके तीन पत्र इसकी गंभीरता को दर्शाते हैं। यह निलंबन पाकिस्तान के आम नागरिकों, विशेषकर किसानों को प्रभावित करेगा, क्योंकि उनकी 80 प्रतिशत कृषि भूमि की सिंचाई इन नदियों पर निर्भर है। लेकिन भारत का रुख स्पष्ट है कि आतंकवाद और व्यापार, खून और पानी एक साथ नहीं चल सकते।"

उन्होंने आगे कहा कि भारत का 'ऑपरेशन सिंदूर' प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शुरू किया गया एक ऐसा अभियान है, जो केवल स्थगित हुआ है। अगर पाकिस्तान की ओर से कोई गुस्ताखी हुई, तो हमारी सेना मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह साबित किया है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है। पहलगाम जैसे हमलों में पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठान की संलिप्तता जगजाहिर है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इसकी स्पष्टता है। भारत ने वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है। हमारी सरकार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए संकल्पित है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए संकल्पित है। विक्रम मल्होत्रा के बयानों में एक दृढ़ता है जो दर्शाती है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख स्पष्ट है।
NationPress
24/06/2025

Frequently Asked Questions

विक्रम मल्होत्रा ने बिलावल भुट्टो के बयानों को क्यों खारिज किया?
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री के बयानों को न तो पाकिस्तान में और न ही वैश्विक स्तर पर गंभीरता से लिया जाता है।
भारत का रुख आतंकवाद के खिलाफ क्या है?
भारत का स्पष्ट रुख है कि आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते।