क्या 70 प्रतिशत कंपनियां भारत में अपने वेयरहाउसिंग ऑपरेशंस का विस्तार करने की योजना बना रही हैं?

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क्या 70 प्रतिशत कंपनियां भारत में अपने वेयरहाउसिंग ऑपरेशंस का विस्तार करने की योजना बना रही हैं?

सारांश

भारत में लॉजिस्टिक्स सेक्टर में बढ़ती रुचि दर्शाती है कि लगभग 70 प्रतिशत कंपनियां अगले दो वर्षों में वेयरहाउसिंग में विस्तार करने की योजना बना रही हैं। यह सर्वेक्षण आपूर्ति श्रृंखला में विविधता लाने की आवश्यकता पर जोर देता है। जानें इस परिवर्तनशील परिदृश्य के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभाव।

Key Takeaways

  • 70% कंपनियां भारत में वेयरहाउसिंग का विस्तार कर रही हैं।
  • दक्षिण-पूर्व एशिया में मजबूत मांग है।
  • लॉजिस्टिक्स क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल है।
  • कंपनियां आपूर्ति श्रृंखला विविधीकरण पर ध्यान दे रही हैं।
  • भारत का लॉजिस्टिक्स क्षेत्र पसंदीदा गंतव्य है।

नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत अब लॉजिस्टिक्स सेक्टर के लिए विश्व में एक प्रमुख गंतव्य बनता जा रहा है। एशिया-प्रशांत के लगभग 70 प्रतिशत कंपनियां अगले दो वर्षों में इस देश में अपने वेयरहाउसिंग नेटवर्क को बढ़ाने की योजना बना रही हैं। यह जानकारी सोमवार को जारी हुए सीबीआरई के सर्वेक्षण में सामने आई।

सर्वेक्षण में यह भी बताया गया है कि भारत में बढ़ती रुचि आपूर्ति श्रृंखला में विविधता लाने के व्यापक परिवर्तन को दर्शाती है, क्योंकि कंपनियां एकल-बाजार रणनीतियों पर निर्भरता को कम करने का प्रयास कर रही हैं।

सर्वे में उल्लेख किया गया है कि यह क्षेत्र भारत की बाजार क्षमता में मजबूत विश्वास को प्रदर्शित करता है, और यहां मौजूद 80 प्रतिशत से अधिक कंपनियां (भारतीय और वैश्विक दोनों) अगले दो वर्षों में अपने वेयरहाउसिंग पोर्टफोलियो का विस्तार करने की योजना बना रही हैं।

सर्वेक्षण के अनुसार, निकट भविष्य में अनिश्चितताओं के बावजूद, यह क्षेत्र वैश्विक और घरेलू दोनों कंपनियों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बना हुआ है।

सर्वे में कहा गया है कि भारत की 90 प्रतिशत कंपनियों ने अगले दो से पांच वर्षों में अपने लॉजिस्टिक्स फुटप्रिंट में विस्तार की योजना बनाई है, जो कंपनियों के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।

सर्वेक्षण में यह भी स्पष्ट किया गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया और भारत में मजबूत मांग के कारण लॉजिस्टिक्स सेक्टर भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेगा।

अधिकतर मांग थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स (3पीएल), ई-कॉमर्स, इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग (ईएंडएम), ऑटो और ऑटो एंसिलरी, और फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) क्षेत्रों से आएगी।

सीबीआरई के इस क्षेत्र के अध्यक्ष अंशुमान मैगजीन ने कहा, "भारत का लॉजिस्टिक्स क्षेत्र एक परिवर्तनकारी विकास के दौर से गुजर रहा है, जो मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियादी ढांचे, त्वरित बुनियादी ढांचे के विकास और एक परिपक्व पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा संचालित है, जो मापनीयता, दक्षता और स्थिरता पर केंद्रित है।"

उन्होंने आगे कहा, "हमारे सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी इस क्षेत्र में भारत की स्थिति को सबसे पसंदीदा लॉजिस्टिक्स गंतव्य के रूप में पुष्टि करती है।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत का लॉजिस्टिक्स क्षेत्र एक महत्वपूर्ण बदलाव के दौर में है। कंपनियों का विस्तार करने की योजना दर्शाती है कि भारत में कारोबार करने की संभावनाएं बढ़ रही हैं, जो न केवल स्थानीय बल्कि वैश्विक कंपनियों के लिए भी लाभकारी हैं। यह विकास भारत की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

भारत में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र का भविष्य कैसा है?
भारत का लॉजिस्टिक्स क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है और कंपनियों के विस्तार के साथ इसका भविष्य उज्ज्वल है।
कौन सी कंपनियां वेयरहाउसिंग में विस्तार कर रही हैं?
एशिया-प्रशांत क्षेत्र की लगभग 70 प्रतिशत कंपनियां भारत में वेयरहाउसिंग में विस्तार करने की योजना बना रही हैं।