क्या भारतीय शेयर बाजार ने लाल निशान में समापन किया?

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क्या भारतीय शेयर बाजार ने लाल निशान में समापन किया?

सारांश

भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को गिरावट के साथ समापन किया, जहां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में बंद हुए। लार्जकैप शेयरों में गिरावट देखी गई, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप में वृद्धि हुई। जानिए इस गिरावट के पीछे की वजहें और बाजार का भविष्य क्या हो सकता है।

Key Takeaways

  • भारतीय शेयर बाजार ने गिरावट के साथ समापन किया।
  • लार्जकैप शेयरों में प्रमुख गिरावट देखी गई।
  • मिडकैप और स्मॉलकैप में वृद्धि हुई।
  • बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई।
  • निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

मुंबई, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ समाप्त हुआ। हालांकि, यह लार्जकैप शेयरों तक सीमित रहा। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 206.61 अंक या 0.26 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 80,157.88 पर और निफ्टी 45.45 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,579.60 पर था।

लार्जकैप की तुलना में मिडकैप और स्मॉलकैप में तेजी देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 151.90 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 56,977.40 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 93.20 अंक या 0.53 प्रतिशत की कमी के साथ 17,591.30 पर था।

सेक्टोरल आधार पर ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा और प्राइवेट बैंक इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। वहीं, एफएमसीजी, पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी, मीडिया, एनर्जी और इन्फ्रा इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए।

सेंसेक्स पैक में पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टाटा स्टील, एचयूएल, बीईएल, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, इटरनल और आईटीसी शीर्ष लाभार्थी थे। एमएंडएम, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, ट्रेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक शीर्ष हानिकारक थे।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि मजबूत मैक्रो आंकड़ों से मिली शुरुआत का लाभ घरेलू शेयर बाजारों ने खो दिया, और जीएसटी परिषद की बैठक और वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) की समाप्ति से पहले सतर्कता के बीच मुनाफावसूली के चलते बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। इथेनॉल मानदंडों में ढील के कारण चीनी शेयरों में तेजी आई, जबकि अमेरिका की नरम रुख वाली टिप्पणियों के बाद निर्यात केंद्रीत कंपनियों के शेयरों में तेजी आई, जिससे व्यापार जगत में आशावाद फिर से बढ़ा। हालांकि, निवेशक सतर्क बने हुए हैं और वैश्विक अनिश्चितता के बीच निकट भविष्य में घरेलू खपत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत हरे निशान में हुई थी। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 90 अंक या 0.11 प्रतिशत बढ़कर 80,454 पर और निफ्टी 50 इंडेक्स 15 अंक या 0.06 प्रतिशत बढ़कर 24,640 पर था।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारतीय शेयर बाजार वर्तमान में वैश्विक अनिश्चितताओं का सामना कर रहा है। बाजार में गिरावट और मुनाफावसूली की प्रवृत्ति निवेशकों के लिए चिंता का विषय है, लेकिन लंबे समय में स्थिरता की उम्मीद बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
NationPress
12/12/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का कारण क्या है?
गिरावट का मुख्य कारण लार्जकैप शेयरों में मुनाफावसूली और निवेशकों की सतर्कता है।
क्या मिडकैप और स्मॉलकैप में वृद्धि हुई?
हाँ, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में वृद्धि देखी गई है, जो लार्जकैप के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
क्या बाजार में आगे बढ़ने की संभावना है?
हालांकि वर्तमान में गिरावट है, लेकिन लंबे समय में स्थिरता की उम्मीद बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
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