क्या भारतीय शेयर बाजार मिलेजुले वैश्विक संकेतों के बीच सपाट खुला?
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय शेयर बाजार ने वैश्विक संकेतों के बीच सपाट शुरुआत की।
- आईटी, ऑटो, सरकारी बैंक और मेटल शेयरों ने बाजार को मजबूती दी।
- निफ्टी के लिए 25,750-25,800 का स्तर महत्वपूर्ण है।
- कच्चे तेल में मामूली गिरावट देखी जा रही है।
- कीमती धातुओं में तेजी बनी हुई है।
मुंबई, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वैश्विक संकेतों के मिश्रण के बीच, भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार को एक स्थिर शुरुआत की। सुबह 9:18 बजे, सेंसेक्स में 12 अंकों की थोड़ी कमी देखी गई, जो 84,379 पर था, जबकि निफ्टी 2 अंकों की गिरावट के साथ 25,762 पर था।
शुरुआती व्यापार में, आईटी, ऑटो, सरकारी बैंक, और मेटल शेयर बाजार को ऊपर उठाने का कार्य कर रहे थे। वहीं, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, मीडिया, एनर्जी और इन्फ्रा में लाल निशान में व्यापार हो रहा था।
लार्जकैप के साथ, मिडकैप और स्मॉलकैप में भी कारोबार मिला-जुला रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 89 अंक या 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,097 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 35.15 अंक या 0.21 प्रतिशत की कमी के साथ 17,055 पर था।
सेंसेक्स में इन्फोसिस, टाटा स्टील, इटरनल, अदाणी पोर्ट्स, टेक महिंद्रा, टीसीएस, एसबीआई, बीईएल, एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक, ट्रेंट, और कोटक महिंद्रा बैंक लाभ में थे। वहीं, टाइटन, पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, और सन फार्मा गिरावट में थे।
वैश्विक बाजारों में भी मिश्रित कारोबार देखा गया। टोक्यो, शंघाई, बैंकॉक, और सोल लाल निशान में थे, जबकि हांगकांग हरे निशान में रहा। अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद, अमेरिकी शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए थे।
पीएल कैपिटल के विक्रम कसात ने बताया कि फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के परिणामस्वरूप अमेरिकी शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए। उन्होंने यह भी कहा कि निफ्टी के लिए 25,750 से 25,800 एक महत्वपूर्ण समर्थन क्षेत्र है।
कच्चे तेल के दामों में थोड़ी कमजोरी देखी जा रही है। ब्रेंट क्रूड 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62.17 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई 0.03 प्रतिशत की कमी के साथ 58.43 डॉलर प्रति बैरल पर था।
दूसरी ओर, कीमती धातुओं में तेजी जारी है। कॉमेक्स पर सोना 0.42 प्रतिशत बढ़कर 4,242 डॉलर प्रति औंस और चांदी 2.32 प्रतिशत बढ़कर 62.43 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।