क्या खुदरा महंगाई दर जून 2025 में घटकर 6 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई?

सारांश
Key Takeaways
- खुदरा महंगाई दर जून 2025 में 2.1 प्रतिशत पर आई।
- पिछले महीने के मुकाबले 0.72 प्रतिशत की कमी।
- खाद्य महंगाई दर -1.06 प्रतिशत रही।
- ग्रामीण स्तर पर 1.72 प्रतिशत और शहरी स्तर पर 2.56 प्रतिशत रही खुदरा महंगाई।
- थोक महंगाई दर (-)0.13 प्रतिशत पर पहुँची।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। खुदरा महंगाई दर जून 2025 में घटकर 2.1 प्रतिशत पर आ गई है। यह पिछले महीने के मुकाबले 0.72 प्रतिशत की कमी दर्शाता है। मई में यह दर 2.82 प्रतिशत थी। यह जानकारी सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों से प्राप्त हुई है।
जून 2025 में दर्ज की गई खुदरा महंगाई दर जनवरी 2019 के बाद रेटेल मुद्रास्फीति का सबसे न्यूनतम स्तर है।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने ग्रामीण स्तर पर खुदरा महंगाई दर 1.72 प्रतिशत रही, जबकि शहरी स्तर पर यह 2.56 प्रतिशत रही।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य महंगाई दर जून में सालाना आधार पर -1.06 प्रतिशत रही, जो मई में 0.99 प्रतिशत थी।
वहीं, जून में ग्रामीण स्तर पर खाद्य महंगाई दर -0.92 प्रतिशत और शहरी स्तर पर -1.22 प्रतिशत रही।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार, खुदरा महंगाई दर में कमी का कारण सब्जियों, दालों, मांस, मछली, अनाज, चीनी, दूध और मसालों में मुद्रास्फीति में गिरावट है।
सरकारी बयान में बताया गया है कि हाउसिंग महंगाई दर जून 2025 में 3.24 प्रतिशत रही, जो मई में 3.16 प्रतिशत थी। शिक्षा महंगाई दर जून में 4.37 प्रतिशत रही, जबकि मई में यह 4.12 प्रतिशत थी।
इसके अलावा, परिवहन और संचार में महंगाई दर जून में 3.90 प्रतिशत और ईंधन एवं बिजली में 2.55 प्रतिशत रही।
इससे पहले, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी किए थे। थोक महंगाई दर जून में (-)0.13 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले 14 महीनों में सबसे न्यूनतम स्तर है।
पिछले महीने MPC बैठक के बाद, आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई दर का अनुमान 4 प्रतिशत से घटाकर 3.7 प्रतिशत कर दिया था।