क्या माइक्रोसॉफ्ट के साथ केंद्र की यह नई पहल 15000 कंपनियों को एनसीएस प्लेटफॉर्म से जोड़ देगी?
सारांश
Key Takeaways
- माइक्रोसॉफ्ट और भारत सरकार का सहयोग
- 15,000 कंपनियों को एनसीएस प्लेटफॉर्म से जोड़ना
- एआई-संचालित चैटबॉट्स का उपयोग
- कामगारों को कौशल विकास में मदद
- रोजगार के अवसर बढ़ाना
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। माइक्रोसॉफ्ट, जो एक वैश्विक सॉफ्टवेयर दिग्गज है, ने भारत सरकार के साथ मिलकर एक महत्वपूर्ण पहल की है। बुधवार को, माइक्रोसॉफ्ट ने सूचित किया कि वह श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के साथ मिलकर सरकारी रोजगार प्लेटफॉर्म्स पर एआई-संचालित चैटबॉट्स की शुरुआत करेगा, जो कामगारों को आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा और प्रक्रियाओं को सरल बनाएगा।
इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट अपनी 15,000 से अधिक कंपनियों और साझेदारों को भारत के नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) प्लेटफॉर्म से जोड़ने में मदद करेगा। इससे देश के नागरिकों को अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
यह सहयोग रोजगार के अवसरों को बढ़ाने, एआई आधारित स्किलिंग को तेज करने और भारत की वर्कफोर्स को वैश्विक अवसरों के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे औपचारिक नौकरियों तक पहुंच में वृद्धि होगी, उभरते क्षेत्रों में प्रतिभा का विकास होगा, और भारत एक मजबूत और कुशल वर्कफोर्स तैयार कर सकेगा, जो न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय मांगों को भी पूरा कर सकेगा।
ई-श्रम पोर्टल, जिसे अगस्त 2021 में कोविड लॉकडाउन के बाद असंगठित कामगारों के लिए शुरू किया गया था, माइक्रोसॉफ्ट एज्योर पर आधारित है।
कंपनी के अनुसार, यह प्रणाली प्रति सेकंड 1,72,000 लेनदेन संभाल सकती है और एक दिन में 80 लाख तक रजिस्ट्रेशनों को पूरा कर चुकी है। एआई चैटबॉट्स के जुड़ने से सरकार और माइक्रोसॉफ्ट दोनों का मानना है कि कामगारों को लाभकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त करना, अपनी कौशल को सुधारना और उपयुक्त नौकरी तक पहुंचना पहले से कहीं आसान होगा।
एमओयू के तहत डिजीसक्षम के माध्यम से एआई-आधारित स्किलिंग पहल को भी बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे लाखों युवाओं को एआई, क्लाउड टेक्नोलॉजी, साइबर सुरक्षा और प्रोडक्टिविटी टूल्स जैसी भविष्य की तकनीकों में प्रशिक्षण मिलेगा। यह भारतीय वर्कफोर्स को वैश्विक मानकों और उद्योग की नई आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने में मदद करेगा।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने इस साझेदारी का स्वागत किया और कहा कि यह भारत की जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाते हुए एक डिजिटल रूप से कुशल और भविष्य-तैयार वर्कफोर्स बनाने की साझा आकांक्षा को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि माइक्रोसॉफ्ट की भागीदारी नौकरी के अवसरों को तेज करेगी, स्किलिंग को बेहतर बनाएगी और वैश्विक श्रम गतिशीलता में भारत की नेतृत्व क्षमता को मजबूत करेगी।
डॉ. मांडविया ने कहा, “भारत ने सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है—जहां वर्ष 2015 में कवरेज 19 प्रतिशत थी, वहीं 2025 में यह बढ़कर 64.3 प्रतिशत हो गई, जिससे 94 करोड़ नागरिकों को लाभ मिला है। ई-श्रम और एनसीएस जैसे प्लेटफार्मों में एआई के उपयोग से हम सामाजिक सुरक्षा को और मजबूत कर रहे हैं और मार्च 2026 तक 100 करोड़ नागरिकों को कवर करने के अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहे हैं।”
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने भी भारत में सामाजिक सुरक्षा कवरेज के व्यापक विस्तार की सराहना की और कहा कि भारत ने 64.3 प्रतिशत कवरेज के साथ 94 करोड़ लोगों को लाभान्वित किया है। उन्होंने विशेष रूप से ई-श्रम पहल की प्रशंसा की, जिसने लाखों असंगठित कामगारों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाया है और वास्तविक समय के डेटा के आधार पर कामगार-केंद्रित नीतियां बनाने की भारत की क्षमता को मजबूत किया है।