क्या मॉयल ने इस वर्ष सितंबर में सर्वाधिक उत्पादन 1.52 लाख टन का आंकड़ा दर्ज किया?

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क्या मॉयल ने इस वर्ष सितंबर में सर्वाधिक उत्पादन 1.52 लाख टन का आंकड़ा दर्ज किया?

सारांश

मॉयल ने सितंबर में सर्वाधिक 1.52 लाख टन उत्पादन का ऐतिहासिक आंकड़ा दर्ज किया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 3.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी की एक्सप्लोरेशन गतिविधियों में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। जानें इस सफलता की कहानी और कंपनी के भविष्य की योजनाएँ।

Key Takeaways

  • मॉयल ने सितंबर में 1.52 लाख टन उत्पादन किया।
  • पिछले वर्ष की तुलना में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि।
  • 46 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5,314 मीटर की एक्सप्लोरेट्री कोर ड्रिलिंग।
  • संभावित विकास के लिए कंपनी का मजबूत फोकस।
  • सरकारी स्वामित्व में लीडरशिप को बनाए रखना।

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इस्पात मंत्रालय द्वारा शनिवार को दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार, भारत के सबसे बड़े मैंगनीज अयस्क उत्पादक मॉयल ने इस वर्ष सितंबर में अब तक का सर्वाधिक उत्पादन 1.52 लाख टन दर्ज किया है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

कंपनी की एक्सप्लोरेट्री कोर ड्रिलिंग में शानदार बढ़त दर्ज की गई है, जो कि 46 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के साथ 5,314 मीटर तक पहुंच गई है। यह प्रदर्शन मॉयल के रिसोर्स बेस के विस्तार पर मजबूत ध्यान को दर्शाता है।

सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी की सितंबर में बिक्री का आंकड़ा 3.53 लाख टन रहा था, जो कि 18.6 प्रतिशत की वृद्धि थी।

मॉयल ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 4.42 लाख टन का अपना सर्वश्रेष्ठ उत्पादन भी दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

कंपनी ने दूसरी तिमाही में 21,035 मीटर की अपनी सर्वश्रेष्ठ एक्सप्लोरेट्री कोर ड्रिलिंग भी हासिल की, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 4.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।

मॉयल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजीत कुमार सक्सेना ने कहा, "प्रमुख मानकों में प्राप्त वृद्धि कंपनी के ऑपरेशनल एक्सीलेंस को मजबूत करने और लॉन्ग-टर्म सस्टेनेबिलिटी को सुनिश्चित करने के कमिटमेंट को दर्शाती है। अपनी ऑपरेटिंग माइन में एक्सप्लोरेशन पर निरंतर जोर देने के साथ कंपनी मैंगनीज सेक्टर में लीडरशिप को बनाए रखने की मजबूत स्थिति में है।"

मॉयल की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी इस्पात मंत्रालय के अधीन एक मिनीरत्‍न शेड्यूल-ए सार्वजनिक उपक्रम है। इस उपक्रम की स्थापना मैंगनीज ओर (इंडिया) लिमिटेड के रूप में 22 जून 1962 को हुई थी। हालांकि, वित्त वर्ष 2010-11 में कंपनी का नाम बदल कर मॉयल लिमिटेड कर दिया गया था।

इससे पहले कंपनी ने अगस्त महीने में भी सर्वाधिक 1.45 लाख टन उत्पादन के साथ अपनी मजबूत वृद्धि दर जारी रखी थी, जो पिछले वर्ष इसी महीने की तुलना में 17 प्रतिशत की वृद्धि थी।

कंपनी ने अगस्त में 1.13 लाख टन की बिक्री के साथ भी शानदार प्रदर्शन किया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में सालाना आधार पर 25.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी थी।

Point of View

बल्कि भारत की आर्थिक मजबूती को भी दर्शाता है। निस्संदेह, यह क्षेत्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
NationPress
04/10/2025

Frequently Asked Questions

मॉयल का उत्पादन कितना बढ़ा है?
मॉयल ने सितंबर में 1.52 लाख टन उत्पादन का आंकड़ा दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3.8 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी की एक्सप्लोरेट्री कोर ड्रिलिंग में कितनी वृद्धि हुई है?
कंपनी की एक्सप्लोरेट्री कोर ड्रिलिंग में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 5,314 मीटर तक पहुंच गई है।
मॉयल की बिक्री का आंकड़ा क्या है?
मॉयल की सितंबर में बिक्री का आंकड़ा 3.53 लाख टन रहा, जो 18.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
मॉयल का नाम कब बदला गया?
मॉयल का नाम 2010-11 में बदलकर मॉयल लिमिटेड कर दिया गया था।
कंपनी किस मंत्रालय के अधीन है?
मॉयल, इस्पात मंत्रालय के अधीन एक मिनीरत्‍न शेड्यूल-ए सार्वजनिक उपक्रम है।