क्या हैप्पी बर्थडे नारायण मूर्ति: 10,000 रुपए से शुरुआत कर छोटे से स्टार्टअप 'इन्फोसिस' को अरबों डॉलर की कंपनी बना दिया?

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क्या हैप्पी बर्थडे नारायण मूर्ति: 10,000 रुपए से शुरुआत कर छोटे से स्टार्टअप 'इन्फोसिस' को अरबों डॉलर की कंपनी बना दिया?

सारांश

एन आर नारायण मूर्ति का जीवन प्रेरणादायक है। उन्होंने 10,000 रुपए से इन्फोसिस की नींव रखी और इसे अरबों डॉलर की कंपनी में बदल दिया। उनकी कहानी संघर्ष, मेहनत और दृष्टि का प्रतीक है।

Key Takeaways

  • नारायण मूर्ति ने 10,000 रुपए से इन्फोसिस की शुरुआत की।
  • उनकी मेहनत और दृष्टि ने इन्फोसिस को अरबों डॉलर की कंपनी बना दिया।
  • वे कई नागरिक सम्‍मानों से नवाजे गए हैं।
  • उनकी पत्नी सुधा मूर्ति भी एक प्रसिद्ध लेखिका हैं।
  • उन्होंने परोपकारी कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। एन आर नारायण मूर्ति बुधवार को 79 वर्ष के हो जाएंगे। आज के समय में उनका नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है, बल्कि उन्हें ऐसे चुनिंदा व्यवसायियों में गिना जाता है, जिन्होंने बहुत छोटे स्तर से शुरुआत करके कारोबारी दुनिया में बुलंदियों को छुआ।

नारायण मूर्ति का जन्म 20 अगस्त, 1946 को कर्नाटक के सिदलघट्टा में एक मध्यमवर्गीय हिंदू परिवार में हुआ। उन्होंने 1967 में राष्ट्रीय इंजीनियरिंग संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री और 1969 में आईआईटी, कानपुर से मास्टर डिग्री प्राप्त की।

इसके बाद मूर्ति ने नौकरी का रुख किया और 1970 के दशक में पेरिस में काम करने के लिए चले गए। यहाँ उन्होंने कई परियोजनाओं पर काम किया, जिसमें से एक चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर एयर कार्गो हैंडलिंग के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम डिजाइन करना था। इसके बाद मूर्ति देश लौट आए और पुणे की एक कंप्यूटर सिस्टम कंपनी में नौकरी करना शुरू किया।

नारायण मूर्ति ने 1981 में अपने छह साथियों के साथ मिलकर कंपनी शुरू करने का विचार किया, जिसका नाम इन्फोसिस रखा गया। इसके लिए उन्होंने अपनी पत्नी सुधा मूर्ति से 10,000 रुपए उधार लिए थे और उस समय पुणे के एक अपार्टमेंट से कंपनी का संचालन होता था। 1983 में कंपनी ने अपने मुख्यालय को पुणे से बेंगलुरु स्थानांतरित कर दिया।

कंपनी की शुरुआत के कुछ वर्षों तक नारायण मूर्ति ने कारोबार हासिल करने के लिए काफी संघर्ष किया, लेकिन धीरे-धीरे कंपनी का विस्तार करने में मूर्ति सफल रहे और व्यवसाय को भारत के साथ अमेरिका और इंग्लैंड जैसे विकसित देशों में भी फैलाया। 1993 में कंपनी भारत और 1999 में अमेरिका के शेयर बाजार में लिस्ट हुई।

वर्तमान में इन्फोसिस देश की शीर्ष 10 कंपनियों में से एक है। वर्तमान में कंपनी का मार्केटकैप 5.97 लाख करोड़ रुपए है।

नारायण मूर्ति को कई नागरिक और मानवीय सम्मानों से सम्मानित किया गया है, जिसमें पद्म श्री (2000), ऑनरेरी कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (2007), लीजन ऑफ ऑनर (2008), और 2008 में पद्म विभूषण शामिल हैं।

उनकी पत्नी सुधा मूर्ति प्रसिद्ध लेखिका और समाजसेवी हैं और उनके दो बच्चे रोहन और अक्षता हैं। अपनी पत्नी सुधा के साथ, नारायण मूर्ति विभिन्न परोपकारी कार्यों में शामिल रहे हैं। इन्फोसिस फाउंडेशन के माध्यम से, मूर्ति दंपति ने भारत में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और ग्रामीण विकास सहित कई सामाजिक कार्यों में योगदान दिया है।

मूर्ति काम करने के घंटों को लेकर भी विवादों में घिर चुके हैं। पिछले वर्ष मूर्ति ने इन्फोसिस के पूर्व मानव संसाधन निदेशक और बोर्ड सदस्य टीवी मोहनदास पई के साथ एक स्पेशल पॉडकास्ट में कहा था कि भारत की उत्पादकता दुनिया में सबसे कम है और इसे सुधारने के लिए युवाओं को देश की प्रगति की जिम्मेदारी उठानी होगी। "इसलिए, मेरा अनुरोध है कि हमारे युवा कहें, यह मेरा देश है और मैं हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहता हूं।"

Point of View

NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

नारायण मूर्ति ने इन्फोसिस की स्थापना कब की?
नारायण मूर्ति ने 1981 में इन्फोसिस की स्थापना की।
इन्फोसिस का वर्तमान मार्केटकैप क्या है?
इन्फोसिस का वर्तमान मार्केटकैप 5.97 लाख करोड़ रुपए है।
नारायण मूर्ति को कौन से सम्मान प्राप्त हुए हैं?
उन्हें पद्म श्री, पद्म विभूषण, और ऑनरेरी कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर जैसे कई सम्मान प्राप्त हुए हैं।
नारायण मूर्ति का जन्म कब हुआ था?
उनका जन्म 20 अगस्त, 1946 को हुआ था।
इन्फोसिस का मुख्यालय कहाँ है?
इन्फोसिस का मुख्यालय बेंगलुरु में है।