क्या देश भर में पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तीकरण के लिए डीएलसी अभियान 4.0 चलाया जा रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- डीएलसी अभियान 4.0 का उद्देश्य पेंशनभोगियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है।
- इस दौरान लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट करने में सहायता प्रदान की जाएगी।
- पेंशनभोगियों के लिए विशेष मेगा कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।
- यह अभियान 2,000 से अधिक शहरों में चलाया जा रहा है।
- सरकार का उद्देश्य डिजिटल समावेशन सुनिश्चित करना है।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि 1 से 30 नवंबर तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी डीएलसी अभियान 4.0 के अंतर्गत रक्षा लेखा महानियंत्रक कार्यालय द्वारा 11 नवंबर 2025 को चेन्नई में तांबरम स्थित एयरफोर्स ऑडिटोरियम में एक विशाल कैंप का आयोजन किया जाएगा।
पेंशन सचिव और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस कैंप का दौरा करेंगे। इस कैंप में पेंशनभोगियों को विभिन्न डिजिटल माध्यमों से उनके लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट करने में सहायता प्रदान की जाएगी। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) आधार रिकॉर्ड अपडेट करने में मदद करेगा और इससे संबंधित तकनीकी समस्याओं का समाधान करेगा।
इससे पहले, 5 नवंबर को केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (डीएलसी) कैंपेन 4.0 का शुभारंभ किया। नेशनल मीडिया सेंटर में उन्होंने स्वयं का डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट भी तैयार किया। यह उदाहरण डीएलसी प्रक्रिया की पारदर्शिता, आसानी और तेजी को दिखाने के लिए प्रस्तुत किया गया था।
यह अभियान 2,000 से अधिक शहरों में दो करोड़ पेंशनभोगियों को लक्षित करता है और पेंशनभोगियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मंत्रालय के अनुसार, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (डाक विभाग) की डोरस्टेप डीएलसी सेवा के माध्यम से सुपर-सीनियर और विभिन्न विकलांग पेंशनरों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब तक 78.26 लाख डीएलसी तैयार किए जा चुके हैं।
यह अभियान सीजीडीए, बैंकों, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, यूआईडीएआई, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), एनआईसी और पेंशनभोगी कल्याण संघों को डिजिटल समावेशन सुनिश्चित करने के लिए एक साथ ला रहा है।
चेन्नई मेगा कैंप में पेंशनभोगियों के साथ सचिव (पी एंड पीडब्ल्यू) के संवाद सत्रों की योजना बनाई गई है। इस कैंप में विभिन्न विभागों के लगभग 1,000 पेंशनभोगियों के शामिल होने की उम्मीद है।