क्या सेबी ने अमेरिकी फर्म जेन स्ट्रीट पर कारोबार करने पर रोक लगाई?

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क्या सेबी ने अमेरिकी फर्म जेन स्ट्रीट पर कारोबार करने पर रोक लगाई?

सारांश

सेबी ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट और उससे जुड़ी संस्थाओं पर शेयर बाजार में कारोबार करने पर रोक लगाई है। साथ ही, 4,843.5 करोड़ रुपए जमा करने का आदेश भी दिया है। यह कार्रवाई भारतीय बाजार में अनुशासन बनाए रखने के लिए की गई है।

Key Takeaways

  • सेबी ने जेन स्ट्रीट पर कारोबार करने पर रोक लगाई।
  • 4,843.5 करोड़ रुपए जमा करने का आदेश दिया गया।
  • जेन स्ट्रीट ने अनुचित तरीके से व्यापार किया।
  • यह आदेश अन्य विदेशी संस्थाओं के लिए चेतावनी है।
  • बाजार में अनुशासन बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया।

मुंबई, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट और उससे संबंधित तीन अन्य संस्थाओं पर शेयर बाजार में कारोबार करने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही, फर्म को 4,843.5 करोड़ रुपए जमा करने का आदेश दिया गया है।

नियामक के आदेश में इन संस्थाओं के बैंक खातों को डेबिट फ्रीज करने का निर्देश भी शामिल है, जिनमें जेएसआई2 इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड, जेन स्ट्रीट सिंगापुर पीटीई लिमिटेड और जेन स्ट्रीट एशिया ट्रेडिंग लिमिटेड शामिल हैं।

सेबी के आदेश के अनुसार, जेन स्ट्रीट ने 1 जनवरी, 2023 से 31 मार्च, 2025 के बीच भारतीय एक्सचेंजों पर इंडेक्स ऑप्शंस में ट्रेडिंग करके 43,289.33 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया।

आदेश के अनुसार, जेन स्ट्रीट 14 एक्सपायरी दिनों में सुबह के समय बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में भारी मात्रा में खरीददारी करती थी और बैंक निफ्टी ऑप्शंस को बड़ी मात्रा में बेचती थी।

दोपहर के बाद, जेन स्ट्रीट की संस्थाएं बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में भारी मात्रा में आक्रामक तरीके से बिकवाली करती थीं, जिससे एक्सपायरी के दिनों में इंडेक्स के बंद होने पर प्रभाव पड़ता था।

सेबी के आदेश के अनुसार, 17 जनवरी, 2024 की सुबह, जेन स्ट्रीट ने बैंक निफ्टी फ्यूचर्स में 4,370 करोड़ रुपए की आक्रामक खरीददारी की और 32,115 करोड़ रुपए5,372 करोड़ रुपए की आक्रामक बिकवाली की।

इसके परिणामस्वरूप, बैंक निफ्टी इंडेक्स ऑप्शंस सेगमेंट में 46,620 करोड़ रुपए की अधिकतम शॉर्ट पोजीशन बनी और बैंक निफ्टी में गिरावट आई।

जेन स्ट्रीट ने ऑप्शन सेगमेंट में 735 करोड़ रुपए का लाभ कमाया, जबकि विदेशी फर्म को इस दौरान नकद और फ्यूचर्स में केवल 61.6 करोड़ रुपए का इंट्राडे घाटा हुआ।

इस प्रकार, जेन स्ट्रीट ने एक ही दिन में 673.4 करोड़ रुपए का स्पष्ट लाभ कमाया।

बाजार नियामक ने प्रवर्तन कार्रवाई के हिस्से के रूप में यह आदेश जारी किया। यह भारत में संचालित सभी जेन स्ट्रीट समूह की संस्थाओं पर लागू होता है और शेयर बाजार से संबंधित गतिविधियों में व्यापार या भाग लेने की उनकी क्षमता को प्रतिबंधित करता है।

सेबी ने एक आदेश में कहा, "संस्थाओं को प्रतिभूति बाजार तक पहुंचने से रोक दिया गया है और उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिभूतियों को खरीदने, बेचने या अन्य लेन-देन करने से भी प्रतिबंधित किया गया है।"

Point of View

सेबी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह भारतीय शेयर बाजार में अनुशासन बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प है। यह कदम न केवल जेन स्ट्रीट बल्कि अन्य विदेशी संस्थाओं के लिए भी एक चेतावनी है कि वे नियमों का पालन करें।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

सेबी ने जेन स्ट्रीट पर रोक क्यों लगाई?
सेबी ने जेन स्ट्रीट पर रोक लगाई क्योंकि उसने भारतीय एक्सचेंजों पर अनुचित तरीके से व्यापार किया और बड़े पैमाने पर मुनाफा कमाया।
जेन स्ट्रीट को कितना जुर्माना देना होगा?
जेन स्ट्रीट को 4,843.5 करोड़ रुपए जमा करने का आदेश दिया गया है।
इस आदेश का भारतीय शेयर बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
यह आदेश भारतीय शेयर बाजार में अनुशासन बनाए रखने में मदद करेगा और अन्य विदेशी संस्थाओं को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।