क्या सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है? जानें आज का मार्केट रेट
सारांश
Key Takeaways
- सोने की कीमतें 0.20% घटकर 1,34,619 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई हैं।
- चांदी के लिए सपोर्ट 2,05,650 से 2,03,280 रुपए के बीच है।
- निवेशक अमेरिका के सीपीआई डाटा का इंतजार कर रहे हैं।
- महंगाई दर में कमी से सोने की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद है।
- जापान के केंद्रीय बैंक की बैठक का वैश्विक बाजार पर प्रभाव हो सकता है।
मुंबई, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। घरेलू वायदा बाजार में आज सुबह सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का सामना करना पड़ा है। यह गिरावट हाल ही में आई तेजी के बाद आई है, जिसमें इन कीमती धातुओं की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थीं। निवेशकों ने अब प्रॉफिट बुकिंग आरंभ कर दी है, जिससे इनकी कीमतों में कमी आई है।
गोल्ड और सिल्वर की कीमतों पर अमेरिकी डॉलर की हल्की बढ़त और अमेरिका के महंगाई के आंकड़ों की प्रतीक्षा का असर पड़ा है।
आज के शुरुआती कारोबार में एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर फरवरी कॉन्ट्रैक्ट वाला गोल्ड 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,34,619 रुपए प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, गोल्ड को 1,33,850 से 1,33,110 रुपए के बीच सपोर्ट मिल रहा है, जबकि रेजिस्टेंस लेवल 1,35,350 से 1,35,970 रुपए के बीच है। वहीं, सिल्वर के लिए सपोर्ट 2,05,650 से 2,03,280 रुपए के बीच है, जबकि रेजिस्टेंस लेवल 2,08,810 से 2,10,270 रुपए के बीच है।
पिछले सत्र में गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में काफी वृद्धि देखी गई थी। बुधवार को एमसीएक्स पर फरवरी कॉन्ट्रैक्ट्स वाला गोल्ड 0.36 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,34,894 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जबकि सिल्वर की कीमत 2,07,435 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जिसमें 4.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस दौरान सिल्वर ने 2,07,833 रुपए तक की रिकॉर्ड ऊंचाई भी छुई।
अब निवेशक अमेरिका के नवंबर महीने के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई) डाटा का इंतजार कर रहे हैं, जो आज जारी होगा। इसके अलावा शुक्रवार को पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर (पीसीई) डाटा भी आएगा, जो महंगाई की दर को मापेगा। ये आंकड़े भविष्य में अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बदलाव के अटकलों को प्रभावित कर सकते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर महंगाई के आंकड़े बाजार की अपेक्षाओं से कम आते हैं तो सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। कम महंगाई का मतलब है कि अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें कम हो सकती हैं, जो सोने के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है।
नवंबर में अमेरिका में बेरोजगारी दर बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गई थी, जो सितंबर 2021 के बाद सबसे अधिक है। इससे इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व जनवरी में ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है।
इसके अतिरिक्त, निवेशक शुक्रवार को जापान के केंद्रीय बैंक की नीति बैठक पर भी नजर रखे हुए हैं।
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जापान अपना बेंचमार्क ब्याज दर 30 वर्षों में सबसे ज्यादा बढ़ा सकता है, जिससे वैश्विक वित्तीय बाजारों में उतार-चढ़ाव हो सकता है और इसका असर सोने और चांदी की कीमतों पर भी पड़ सकता है।