क्या स्टार्टअप्स देश के डिजिटल परिवर्तन को गति दे रहे हैं? : सी-डॉट

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क्या स्टार्टअप्स देश के डिजिटल परिवर्तन को गति दे रहे हैं? : सी-डॉट

सारांश

सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने भारतीय स्टार्टअप्स की क्रिएटिविटी और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये टेक्नोलॉजी में नवाचार और डिजिटल परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जानिए कैसे इस कार्यक्रम से स्टार्टअप्स को लाभ हो रहा है।

Key Takeaways

  • डिजिटल परिवर्तन में स्टार्टअप्स की महत्वपूर्ण भूमिका
  • समर्थ कार्यक्रम की सफलता और अगले चरण की तैयारी
  • इनवोवेशन के लिए शैक्षणिक केंद्रों की स्थापना
  • बढ़ती टेलीकॉम और आईसीटी संभावनाएं
  • राष्ट्रीय विकास में आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। टेलीमैटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि हमारे स्टार्टअप्स का जुनून, क्रिएटिविटी और दृढ़ संकल्प देश के डिजिटल परिवर्तन को गति देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

संचार मंत्रालय द्वारा दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार, दूरसंचार विभाग (डीओटी) के अंतर्गत एक स्वायत्त दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास संस्थान, सी-डॉट ने मार्च 2025 में दूरसंचार और आईसीटी क्षेत्र में स्टार्टअप्स के लिए एक अत्याधुनिक इनक्यूबेशन कार्यक्रम 'समर्थ' शुरू किया था।

उपाध्याय ने कहा, "समर्थ कोहोर्ट-I की सफलता का जश्न मनाते हुए और कोहोर्ट-II की शुरुआत करते हुए, हम दूरसंचार और आईसीटी क्षेत्र के अगले पीढ़ी के नेताओं को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "हमारा दृष्टिकोण और भी व्यापक है। हम अग्रणी संस्थानों में उत्कृष्टता के शैक्षणिक केंद्र स्थापित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इन्वोवेशन की भावना हमारी शैक्षणिक प्रणाली की जड़ों में समाहित हो।"

समर्थ, प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' विजन के अनुरूप, स्टार्टअप्स और उद्योग के साथ स्वदेशी दूरसंचार उत्पादों/समाधानों के सह-निर्माण और विकास के लिए इनवोवेशन की संस्कृति को बढ़ावा देने में सी-डॉट की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

'समर्थ' इनक्यूबेशन कार्यक्रम टेलीकॉम एप्लीकेशन, साइबर सिक्योरिटी, 5जी/6जी तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और क्वांटम टेक्नोलॉजी में काम करने वाले स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को समग्र सहायता प्रदान करता है।

सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) और द इंडस एंटरप्रेन्योर्स (टीआईई) को कार्यक्रम के कार्यान्वयन भागीदार के रूप में चुना गया है।

यह कार्यक्रम छह महीने की अवधि के लिए दो समूहों में तैयार किया गया है, जिसमें प्रत्येक समूह में 18 स्टार्टअप शामिल हैं, इस प्रकार इस पहल के तहत अधिकतम 36 स्टार्टअप को समर्थन प्रदान किया जा सकता है।

कार्यक्रम के पहले चरण में, 18 स्टार्टअप्स को कोहोर्ट-I का हिस्सा बनने के लिए चुना गया और उन्हें अनुदान की पहली किश्त प्राप्त हुई।

चयनित स्टार्टअप्स ने सी-डॉट द्वारा प्रदान किए गए पांच इनोवेटिव प्रॉब्लम स्टेटमेंट पर अथक परिश्रम किया।

सभी 18 स्टार्टअप्स ने महत्वपूर्ण परिणाम प्रदर्शित किए और टॉप पांच स्टार्टअप्स को सितंबर 2025 में आयोजित डेमो दिवस के दौरान उनके प्रदर्शन के आधार पर अगले दौर का अनुदान प्रदान किया गया।

Point of View

यह स्पष्ट है कि स्टार्टअप्स का उदय हमारी अर्थव्यवस्था के लिए एक नई आशा लेकर आया है। सी-डॉट का 'समर्थ' कार्यक्रम डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक ठोस कदम है।
NationPress
14/10/2025

Frequently Asked Questions

समर्थ कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?
समर्थ कार्यक्रम का उद्देश्य स्टार्टअप्स को टेलीकॉम और आईसीटी सेक्टर में नवाचार के लिए समर्थन प्रदान करना है।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्टार्टअप्स को क्या लाभ होगा?
भाग लेने वाले स्टार्टअप्स को अनुदान और तकनीकी सहायता के माध्यम से अपने उत्पादों को विकसित करने का मौका मिलेगा।
सी-डॉट का यह कार्यक्रम कब शुरू हुआ?
यह कार्यक्रम मार्च 2025 में शुरू किया गया था।