क्या पीएम सूर्य घर योजना के तहत उत्तर प्रदेश में हर दिन हो रहा 1,000 रूफटॉप सोलर सिस्टम का इंस्टॉलेशन?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तर प्रदेश में हर दिन 1,000 रूफटॉप सोलर सिस्टम का इंस्टॉलेशन।
- 22 गीगावाट का सौर ऊर्जा लक्ष्य निर्धारित।
- किसानों के लिए पीएम कुसुम सी2 योजना में वृद्धि।
- भारत 2030 तक 500 गीगावाट का लक्ष्य।
- उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल के लिए पीएलआई योजना।
नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पीएम सूर्य घर योजना के अंतर्गत देश के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन लगभग 1,000 रूफटॉप सोलर सिस्टम का इंस्टॉलेशन किया जा रहा है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नरेंद्र भूषण ने साझा की।
भूषण ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सोलर एनर्जी के लिए 22 गीगावाट का लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रदेश की जनसंख्या 25 करोड़ है और यहाँ 5 करोड़ से अधिक घर हैं। इसी कारण, हर दिन 1,000 रूफटॉप सोलर सिस्टम का इंस्टॉलेशन जारी है।
किसानों के लिए पीएम कुसुम सी2 योजना के अंतर्गत, हमने पहले वर्ष में 3.70 लाख इंस्टॉलेशन किए हैं, जबकि लक्ष्य 4 लाख था, जिससे अब हम इसे दोगुना करने पर विचार कर रहे हैं।
भूषण ने कहा कि भारत सरकार ने 2030 तक 500 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी और 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य रखा है। उत्तर प्रदेश इस दिशा में सक्रियता से प्रयास कर रहा है।
जुलाई के अंत में संसद में दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में सभी क्षेत्रों में कुल 15,206.68 मेगावाट क्षमता के ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए गए हैं।
राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने बताया कि सरकारी भवनों में रूफटॉप सोलर की स्थापना प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का हिस्सा है। 30 जून तक देश में 242.78 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित की जा चुकी है।
सरकार ने 2030 तक 500 गीगावाट का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना लागू कर रही है, जिसके लिए 24,000 करोड़ रुपए का व्यय होगा।