क्या वाराणसी में जीएसटी स्लैब में कटौती से खुशी की लहर आई है?

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क्या वाराणसी में जीएसटी स्लैब में कटौती से खुशी की लहर आई है?

सारांश

वाराणसी में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी स्लैब में कटौती के निर्णय से स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है। लोगों का मानना है कि इससे मध्यमवर्गीय परिवारों को आर्थिक लाभ होगा। जानिए इस फैसले के बारे में क्या कहते हैं वाराणसी के निवासी।

Key Takeaways

  • जीएसटी स्लैब में कटौती से मध्यमवर्गीय परिवारों को आर्थिक राहत मिलेगी।
  • रोजमर्रा की वस्तुओं पर जीएसटी दरें कम की गई हैं।
  • कृषि उपकरणों पर जीएसटी समाप्त किया गया है।
  • त्योहारी सीजन में खरीददारी बढ़ने की संभावना।
  • सरकार का आत्मनिर्भरता पर जोर।

वाराणसी, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी स्लैब में की गई कटौती के बाद उत्तर प्रदेश के वाराणसी में लोगों के बीच खुशी की लहर देखी जा रही है। स्थानीय निवासियों ने इस निर्णय का स्वागत किया और कहा कि इससे मध्यमवर्गीय परिवारों को आर्थिक लाभ होगा। इस विषय पर कई लोगों ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत की, जिसमें उन्होंने सरकार के इस निर्णय को सराहनीय बताया।

कौशल कुमार पांडे ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे आम जनता को आर्थिक राहत मिलेगी। जीएसटी काउंसिल की बैठक में दो स्लैब निर्धारित किए गए, जिसमें 12 प्रतिशत स्लैब को समाप्त किया गया। जिन वस्तुओं पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता था, उन्हें 18 प्रतिशत की श्रेणी में लाया गया और 18 प्रतिशत पर जो वस्तुएं थीं, उन्हें 5 प्रतिशत पर लाया गया है। इससे निश्चित रूप से आम जनता को आर्थिक लाभ होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने रोजमर्रा की वस्तुओं पर जीएसटी में महत्वपूर्ण कटौती की है, जिससे आम जनता को लाभ होगा। कुछ वस्तुओं पर जीएसटी की दर पूरी तरह समाप्त कर दी गई है, जिससे लोगों को फायदा होगा।

इसके अतिरिक्त, कृषि से संबंधित उपकरणों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर के उपकरणों पर 12 प्रतिशत जीएसटी को पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है। इससे भी आम लोगों को आर्थिक लाभ मिलेगा।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार ने इस पर ध्यान दिया है कि हमें अपनी आवश्यकताओं के लिए निर्यात पर निर्भर नहीं रहना पड़े। इस दिशा में सरकार ने प्रयास किया है कि हम उत्पादन में आत्मनिर्भर बन सकें।

त्योहारों के मौसम में वस्तुओं की खरीद बढ़ने की संभावना है, जिससे आम लोगों को लाभ मिलेगा। जीएसटी स्लैब में हुए बदलाव को इसी दृष्टिकोण से देखा जा सकता है। पहले गाड़ियों पर 28 प्रतिशत जीएसटी था, जिसे अब 18 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे मध्यमवर्गीय परिवारों को गाड़ियों की खरीद में सहूलियत मिलेगी।

तुलसी कमलाकांत जोशी ने भी इस निर्णय का स्वागत किया और कहा कि यह फैसला सराहनीय है। रोटी, कपड़ा, और मकान जैसी आवश्यकताओं को जीएसटी से बाहर रखा जाना चाहिए।

सुनील उपाध्याय ने जीएसटी स्लैब में कटौती को आम जनता के लिए राहत बताया और कहा कि इससे आर्थिक सहूलियत मिलेगी।

Point of View

बल्कि यह स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा देगा। यह निर्णय स्थानीय निवासियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
NationPress
04/09/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी स्लैब में कटौती से क्या लाभ होगा?
इससे मध्यमवर्गीय परिवारों को आर्थिक राहत मिलेगी और रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतें कम होंगी।
क्या सभी वस्तुओं पर जीएसटी कम हुआ है?
नहीं, कुछ विलासिता की वस्तुओं पर जीएसटी बढ़ाया गया है।
क्या यह निर्णय कृषि उपकरणों पर भी लागू होता है?
हाँ, कृषि उपकरणों पर जीएसटी में कटौती की गई है।
क्या यह निर्णय त्योहारी सीजन में मदद करेगा?
जी हां, त्योहारी सीजन में वस्तुओं की खरीद बढ़ेगी और इससे लोगों को लाभ होगा।
क्या यह निर्णय दीर्घकालिक प्रभाव डालेगा?
यदि यह नीति जारी रहती है, तो निश्चित ही इसका दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा।