क्या एब्स सिर्फ जिम में बनते हैं, या किचन में भी? ईशा कोप्पिकर ने क्यों बताया प्रोटीन-रिच डाइट जरूरी?
सारांश
Key Takeaways
- संतुलित आहार एब्स बनाने में मदद करता है।
- प्रोटीन मांसपेशियों की रिकवरी के लिए आवश्यक है।
- कार्बोहाइड्रेट
- हेल्दी फैट
- संतुलन
मुंबई, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिटनेस के बारे में अक्सर यह भ्रांति पाई जाती है कि मजबूत शरीर और एब्स केवल जिम में मेहनत करने से ही प्राप्त होते हैं, लेकिन बुधवार को अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर ने एक वीडियो के माध्यम से इस धारणा को गलत साबित कर दिया। उन्होंने कहा कि एब्स केवल जिम में नहीं, बल्कि किचन में भी बनते हैं।
ईशा इंस्टाग्राम पर साझा किए गए वीडियो में वर्कआउट के बाद प्रोटीन से भरपूर डाइट का सेवन करते हुए नजर आती हैं। वह बताती हैं कि शरीर को सबसे अधिक लाभ वही भोजन देता है जो संतुलित होता है। संतुलित आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और हेल्दी फैट का सही मिश्रण होना आवश्यक है।
विज्ञान की भाषा में इसे मैक्रोन्यूट्रिएंट बैलेंस कहा जाता है। वर्कआउट के दौरान मांसपेशियों पर तनाव आता है, इसलिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। ईशा ने बताया कि वर्कआउट के बाद 20-30 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन का सेवन मांसपेशियों की रिकवरी को तेज करता है और ताकत बढ़ाने में मदद करता है।
ईशा की प्लेट में मौजूद कार्बोहाइड्रेट भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। आमतौर पर कार्ब्स को लेकर यह गलतफहमी होती है कि ये वजन बढ़ाते हैं, लेकिन असलियत यह है कि कार्बोहाइड्रेट ही शरीर की प्राथमिक ऊर्जा का स्रोत होते हैं। व्यायाम के बाद शरीर की ग्लाइकोजन स्टोर्स खाली हो जाती हैं, जिन्हें कार्ब्स फिर से भरते हैं। यदि कार्बोहाइड्रेट समय पर न मिले, तो फिटनेस के परिणाम उलटे पड़ सकते हैं।
वीडियो में ईशा अपनी बेटी को यह समझाती हैं कि संतुलन सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि कार्ब्स और प्रोटीन दोनों मिलकर ही शरीर को ऊर्जा और मांसपेशियों को ताकत देते हैं।
उनकी प्लेट में एवोकाडो भी दिखाई देता है। विज्ञान के अनुसार, एवोकाडो हेल्दी फैट का एक प्रमुख स्रोत है, जो शरीर में हार्मोन संतुलन बनाए रखने, त्वचा और बालों की सेहत सुधारने और शरीर को विटामिन अवशोषित करने में मदद करता है।
वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि हेल्दी फैट हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं और लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं, जिससे अनहेल्दी स्नैक्स खाने की आदत कम हो सकती है।
वर्कआउट से शरीर में माइक्रोटियर्स बनते हैं, थकान बढ़ती है, और इलेक्ट्रोलाइट्स घटते हैं। ऐसे में सही पोषण शरीर को फिर से ऊर्जा देने का कार्य करता है।
वीडियो साझा करते हुए ईशा ने कैप्शन में लिखा, "असली ग्लो यानी चमक किचन से आती है। यह केवल डाइट नहीं, बल्कि एक जीवनशैली का बदलाव है।"