क्या अनु अग्रवाल ने योग से पाया नया जीवन? कहा- पहले मानसिक स्वास्थ्य पर कोई चर्चा नहीं होती थी
सारांश
Key Takeaways
- योग मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक है।
- अनु अग्रवाल ने 2013 में योग चिकित्सक के रूप में शुरुआत की।
- बच्चों के साथ काम करने से उन्हें सकारात्मक बदलाव देखने को मिला।
- योग के माध्यम से अनु ने जीवन में नया मोड़ पाया।
- मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा बढ़ाने की आवश्यकता है।
मुंबई, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म 'आशिकी' से प्रसिद्धि प्राप्त करने वाली लोकप्रिय अभिनेत्री अनु अग्रवाल ने शुक्रवार को योग के महत्व पर चर्चा की।
अभिनेत्री ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "मैंने एक वैकल्पिक योग चिकित्सक के रूप में 2013 में शुरुआत की। उस समय मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा चर्चा नहीं होती थी और यह मेरे लिए भी एक नया अनुभव था।"
अभिनेत्री ने बताया कि उनकी पहली क्लास सेंट स्टेनिसल्स में हुई थी। उन्होंने लिखा, "मैंने अपनी पहली क्लास में झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों के साथ काम किया था और प्रारंभिक दिनों में मुझे नहीं पता था कि 'ब्रिंग जॉय योगा' का क्या प्रभाव होगा, लेकिन इसके परिणाम देखकर मैंने बच्चों में बदलाव देखा और मुझे बहुत खुशी हुई।"
उन्होंने आगे कहा कि यह बदलाव देखकर उन्हें अत्यधिक खुशी मिली। उन्होंने लिखा, "इसी सफलता से प्रेरित होकर, मैं इस योग पद्धति को विकसित और फैलाने का कार्य निरंतर कर रही हूँ।"
अभिनेत्री अब भले ही योग पर ध्यान केंद्रित कर रही हों, लेकिन एक समय में उन्होंने हिंदी सिनेमा पर राज किया था।
दिल्ली की निवासी अनु ने दिल्ली विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र की पढ़ाई की और साथ ही महेश भट्ट की फिल्म 'आशिकी' पर हस्ताक्षर किए। 1990 में फिल्म के रिलीज होने के बाद वह रातोंरात स्टार बन गईं। इसके बाद उन्होंने 'गजब तमाशा', 'खलनायिका', 'किंग अंकल', 'कन्यादान', 'बीपीएल ओए', और 'रिटर्न टू ज्वेल थीफ' जैसी कई फिल्मों में काम किया। फिर एक दुर्घटना ने उनकी जिंदगी को बदल दिया।
वास्तव में, 1999 में अभिनेत्री का एक सड़क दुर्घटना हुआ था। इससे उबरने में उन्हें काफी समय लगा और उनका इलाज लगभग 3 साल तक चला।