क्या अनुष्का शेट्टी ने महिला केंद्रित फिल्मों के जरिए बनाई एक अलग पहचान?

Click to start listening
क्या अनुष्का शेट्टी ने महिला केंद्रित फिल्मों के जरिए बनाई एक अलग पहचान?

सारांश

अनुष्का शेट्टी ने अपने दम पर महिला केंद्रित फिल्मों में अपनी पहचान बनाई है। उनकी मेहनत और अदाकारी ने उन्हें दक्षिण भारतीय सिनेमा में एक अद्वितीय स्थान दिलाया है। यहां जानें उनकी प्रेरणादायक यात्रा और फिल्मी करियर की खास बातें।

Key Takeaways

  • अनुष्का शेट्टी ने महिला केंद्रित फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • उन्होंने अपने दम पर कई हिट फिल्में दी हैं।
  • उनका करियर 'सुपर' फिल्म से शुरू हुआ था।
  • अनुष्का ने २० किलो वजन बढ़ाकर अपने किरदार को सजीव किया।
  • उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

मुंबई, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्मस्टार अनुष्का शेट्टी ने अपनी अदाकारी और मेहनत के बल पर हर किसी का दिल जीत लिया है। हिंदी सिनेमा के दर्शक उन्हें सबसे ज्यादा फिल्म 'बाहुबली' से पहचानते हैं, लेकिन दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अनुष्का ने कई वर्षों से अपनी अलग पहचान बनाई है।

सिर्फ बड़े सितारों के साथ रोमांस या हिट फिल्में करना उनका लक्ष्य नहीं था, बल्कि उन्होंने अपने दम पर महिला केंद्रित फिल्मों में भी एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया। 'साइज जीरो', 'रूद्रमादेवी' और 'घाटी' जैसी फिल्मों में उन्होंने यह दर्शाया कि एक आत्मनिर्भर नायिका भी अपने दम पर फिल्म को हिट कर सकती है।

अनुष्का शेट्टी का जन्म ७ नवंबर १९८१ को कर्नाटक के मंगलुरु में हुआ था। उनका असली नाम स्वीटी शेट्टी है। उनके परिवार का फिल्म इंडस्ट्री से कोई सीधा संबंध नहीं था। वे बचपन से ही पढ़ाई में उत्कृष्ट थीं। उनकी खूबसूरती और व्यक्तित्व ने उन्हें अन्य लोगों से अलग बनाया। फिल्मों में आने से पहले अनुष्का एक योगा इंस्ट्रक्टर थीं। एक निर्देशक ने उनकी फिटनेस और स्टाइल को देखकर उन्हें फिल्म का ऑफर दिया, जिससे उनका सिनेमा का सफर शुरू हुआ।

अनुष्का ने २००५ में तेलुगू फिल्म 'सुपर' से अपने करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में उन्हें नागार्जुन जैसे बड़े अभिनेता के साथ काम करने का मौका मिला। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर औसत सफलता प्राप्त की, लेकिन अनुष्का की एक्टिंग ने इंडस्ट्री में उन्हें एक पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने २००८ में 'शौर्यम' में हिट स्टार गोपीचंद के साथ काम किया। इस फिल्म में उनकी केमिस्ट्री और अभिनय को दर्शकों ने बहुत सराहा।

२०१० में आई फिल्म 'अरुंधति' ने अनुष्का की प्रतिभा को पूरी तरह से उजागर किया। इसके बाद २०१० में उन्होंने अल्लू अर्जुन के साथ फिल्म 'वेदम' में काम किया। इस फिल्म में उनका किरदार एक वेश्या का था, जो अपने जीवन में बदलाव की कोशिश करती है। भले ही फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर औसत सफलता पाई, लेकिन अनुष्का के अभिनय की प्रशंसा की गई।

महिला केंद्रित फिल्मों में उन्होंने अपने दमदार अभिनय को साबित किया और २०१५ में 'रूद्रमादेवी' फिल्म पेश की। इस फिल्म में उन्होंने एक मजबूत महिला शासक का किरदार निभाया। इसके पहले उन्होंने 'साइज जीरो' फिल्म के लिए अपना २० किलो वजन बढ़ाया था, ताकि उनके किरदार को सही तरीके से प्रस्तुत किया जा सके। इन महिला प्रधान फिल्मों के जरिए उन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया।

अनुष्का शेट्टी को उनकी मेहनत और अभिनय के लिए कई पुरस्कार मिले हैं। उन्हें तीन बार फिल्मफेयर अवार्ड साउथ मिल चुका है। इसके अलावा उन्हें नंदी पुरस्कार, तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार और कई अन्य सम्मान भी प्राप्त हुए हैं।

Point of View

बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे एक महिला अपने बलबूते पर विभिन्न चुनौतियों को पार कर सकती है। यह कहानी न केवल भारतीय सिनेमा के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा है।
NationPress
06/11/2025

Frequently Asked Questions

अनुष्का शेट्टी का जन्म कब हुआ?
अनुष्का शेट्टी का जन्म 7 नवंबर 1981 को कर्नाटक के मंगलुरु में हुआ।
अनुष्का शेट्टी को कौन-कौन से पुरस्कार मिले हैं?
उन्हें तीन बार फिल्मफेयर अवार्ड साउथ, नंदी पुरस्कार और तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
अनुष्का ने महिला केंद्रित फिल्मों में कौन-कौन सी फिल्में की हैं?
अनुष्का ने 'साइज जीरो', 'रूद्रमादेवी' और 'घाटी' जैसी महिला केंद्रित फिल्मों में काम किया है।