क्या ईडी ने सोनू सूद को बेटिंग ऐप मामले में तलब किया?

सारांश
Key Takeaways
- सोनू सूद को ईडी ने 24 सितंबर को तलब किया है।
- जांच में कई अन्य सेलिब्रिटीज भी शामिल हैं।
- भारत में कई ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म प्रतिबंधित हैं।
- प्रचार से आम जनता का विश्वास बढ़ता है।
- जांच एजेंसी मनी लॉन्ड्रिंग की संभावनाओं की भी जांच कर रही है।
नई दिल्ली, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑनलाइन बेटिंग ऐप से जुड़े एक मामले में अभिनेता सोनू सूद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर आ गए हैं। ईडी ने उन्हें 24 सितंबर को दिल्ली स्थित मुख्यालय में पेश होने के लिए नोटिस भेजा है। आरोप है कि सोनू सूद ने एक ऐसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का प्रचार किया है जो भारत में प्रतिबंधित है और जिसकी गतिविधियां सट्टेबाजी तथा पैसों की हेराफेरी से जुड़ी हुई हैं।
ईडी के सूत्रों के अनुसार, सोनू सूद से यह पूछा जाएगा कि उन्होंने किस आधार पर इस प्लेटफॉर्म के साथ प्रमोशनल करार किया, क्या उन्हें इसकी कानूनी स्थिति की जानकारी थी, और इसके बदले में उन्हें कितना भुगतान किया गया।
एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि क्या इस प्रचार के माध्यम से किसी प्रकार की मनी लॉन्ड्रिंग या आर्थिक अनियमितता को अंजाम दिया गया।
इस मामले में ईडी की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और अब तक कई फिल्मी सितारे और खिलाड़ी एजेंसी के पूछताछ के दायरे में आ चुके हैं। मंगलवार को बंगाली अभिनेता अंकुश हाजरा ईडी के सामने पेश हुए।
इससे पहले सोमवार को अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद मिमी चक्रवर्ती से लंबी पूछताछ हुई थी। पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा और युवराज सिंह को भी तलब किया गया है।
उथप्पा को 22 सितंबर को और युवराज को 23 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी यह जानना चाहती है कि क्या इन सभी सेलिब्रिटीज ने प्रमोशन से पहले कंपनी की पृष्ठभूमि और इसकी कानूनी वैधता की जांच की थी या केवल वित्तीय लाभ के चलते इसके प्रचार का हिस्सा बन गए।
भारत में कई ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स प्रतिबंधित हैं, लेकिन ये अक्सर नए डोमेन और मोबाइल ऐप के जरिए उपयोगकर्ताओं तक पहुंच बना लेते हैं। जब बड़े सेलिब्रिटीज इनके प्रचार में शामिल होते हैं, तो आम जनता का भरोसा इन पर बढ़ता है, जिससे धोखाधड़ी और वित्तीय नुकसान की घटनाएं सामने आती हैं।